Ayodhya : पहलगाम की घटना पर संतों ने पीएम मोदी से की बदले की उम्मीद

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Published By Vinay Shukla
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अयोध्या : जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए लोगों की आत्मा शांति के लिए संतों ने नयाघाट क्षेत्र स्थित साकेत भवन मंदिर परिसर में अनुष्ठान हवन किया।

इस दौरान महंत करपात्री ने बताया कि पहलगाम में आतंकवादियों ने नाम पूछ कर कलमा पढ़वा करके गोली मार दी है। निश्चित तौर पर इस घटना से बहुत ही आक्रोश है। उन्होंने कहा कि आक्रोश इस बात का है कि जिस तरह से कहा जाता है कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता है लेकिन मेरा मानना है कि अगर वह धर्म नहीं होता तो नाम पूछ कर कपड़े उतरवा कर कैसे गोली मारते। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से निवेदन किया कि इस घटना का बदला लिया जाए।

महंत सीताराम दास ने कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा जिन लोगों की हत्या की गई है उन हुतात्माओं के लिए आज भगवान के चरणों में शांति का पाठ किया गया, और परिवार के लोगों को शक्ति सामर्थ्य मिले इसकी कामना की गई। कहा कि हिंदुस्तान में ऐसे कट्टरपंथियों को भी समाप्त करने का कार्य प्रारंभ हो जो आतंकवादियों को शरण देने का कार्य करते हैं।

हरि गोपाल धाम मंदिर के महंत जगतगुरु रामदिनेशाचार्य ने कहा कि इस तरह की घटना हिंदुस्तान अब बर्दाश्त नहीं करने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह इस घटना के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। इस घटना का जवाब उन आतंकवादियों को देना जरूरी है लेकिन इसके साथ ही हमारे देश में ऐसे लोगों को पनाह देने वाले कट्टरपंथियों को भी अब नहीं बक्शा जाना चाहिए। कहा कि जल्द ही अब हिंदू समाज के प्रमुख साधु संतों के साथ बैठक कर हिंदू समाज की रक्षा और उसकी स्वतंत्रता पर विचार किया जाएगा।

बड़ा भक्तमाल के महंत अवधेश दास ने कहा कि हम सभी साधु संत इस घटना से बहुत ही आहत हैं, ऐसे जिहादियों को और उनका समर्थन करने वाले लोगों को समाप्त करने के लिए मोदी सरकार कदम उठाए नहीं तो हिंदू समाज यदि एक बार जागृत हो गया तो अब पूरे हिंदुस्तान में कोई भी जिहादी नहीं रह पाएगा।
वहीं घटना को लेकर अयोध्या के महंत सीताराम दास, महंत मिथिलेश नंदिनी चरण, महंत मैथिलीशरण, महंत रामशरण दास कृपालु, महंत सत्येंद्र दास वेदांती, महंत रामकुमार दास समेत अन्य सभी साधु संतों में इस घटना के प्रति आक्रोश दिखा। सन्तों ने आतंकी हमले में मारे गए लोगों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।

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