Sambhal : फर्जी दस्तावेज से ट्रैक्टर बेचने वाले गिरोह के 4 सदस्य गिरफ्तार, 22 ट्रैक्टर बरामद

बहजोई में पुलिस गिरफ्त में आरोपी व जानकारी देते एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई
बहजोई, अमृत विचार। फर्जी दस्तावेज बनाकर बीमा व लोन कंपनियों के साथ धोखाधड़ी कर ट्रैक्टर बेचने वाले गिरोह का पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने ऐसे चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से विभिन्न राज्यों के 22 ट्रैक्टर बरामद किए हैं। वहीं वाहनों की 26 आरसी व सेल लेटर भी बरामद किए गए हैं।
पुलिस अधीक्षक दफ्तर पर एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने खुलासा करते हुए बताया कि फाइनेंस कराकर बिना आरटीओ ट्रांसफर ट्रैक्टरों के फर्जी दस्तावेज बनाकर बीमा व लोन कंपनियों को धोखा देकर ट्रैक्टर बेचने के चार आरोपी राकेश निवासी ग्राम भीखनपुर थाना कुढ़फतेहगढ़, छत्रपाल निवासी गांव सूरजपुर थाना जरीफनगर बदायूं, अब्दुल कादिर निवासी करनपुर पाकबड़ा जनपद मुरादाबाद व एहसान निवासी करनपुर थाना पाकबड़ा को गिरफ्तार किया है। एसपी ने बताया कि राकेश ने पूछताछ के दौरान बताया कि रामनरेश और छत्रपाल उसके दोस्त हैं वह ट्रैक्टरों की खरीद फरोख्त करते हैं।
रामनरेश से ट्रैक्टर जिसकी मूल लागत 9 लाख 836 है जिसे खरीदवाया गया था। इस पर फाइनेंस कंपनी से 563474 रुपए का लोन कराया था। यह तय किया था कि इस ट्रैक्टर को बेच देंगे और जो पैसा मिलेगा उसे आपस में बांट लेंगे। क्योंकि ट्रांसफर करने वाला ट्रैक्टर कंपनी के नाम नहीं किया था। इसी तरह से चोरी की सूचना देकर ट्रैक्टर से लोन माफ कर लेते थे और उसे फर्जी दस्तावेज बनाकर बेच देते थे। उधर लोन माफ हो जाता था और दूसरी ओर ट्रैक्टर बेचकर धनराशि जो आती आपस में बांटकर हड़प लेते। एसपी ने बताया कि पुलिस ने ऐसे ही मामले विभिन्न राज्यों के 22 ट्रैक्टर बरामद किए गए। वहीं उनके साथ विभिन्न राज्यों के वाहनों की 26 आरसी व सेल लेटर पुलिस ने बरामद किए हैं। चारों के खिलाफ थाना बहजोई में कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेजा जाएगा।
मदर टेरेसा के नाम से फर्जी आधार कार्ड बनाकर निकाला ट्रैक्टर
एसपी ने बताया कि ये लोग फाइनेंस कराकर बिना लोन जमा किए, बिना आरटीओ ट्रांसफर ट्रैक्टरों के फर्जी व कूटरचित दस्तावेज बनाकर बीमा में लोन कंपनियों को धोखा देते थे। ट्रैक्टरों के फर्जी दस्तावेज बनाकर धोखाधड़ी करते हुए ट्रैक्टर बेचने का काम किया करते थे। इस मामले में जहां छत्तीसगढ़, उड़ीसा, बिहार, असम, पश्चिम बंगाल की आरसी बरामद की है। तो वहीं एक फर्जी आधार कार्ड बनाया वह मदर टेरेसा नाम से था। जिस पर 70 साल के व्यक्ति का फोटो लगा हुआ था। इसी आधार कार्ड पर फाइनेंस कराया गया था।
मरणासन्न व्यक्तियों के नाम पर लोन कराकर हड़पते थे धनराशि
एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि इन लोगों का गिरोह ऐसे लोगों को ढूंढता था कि जो लोग गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं तथा मरणासन्न हालत में है। उनके नाम पहले तो लोन करा कर ट्रैक्टर निकलवा लेते थे। जब व्यक्ति की मृत्यु हो जाती थी तो उसे पर लोन माफ हो जाता था। फिर फर्जी दस्तावेजों से ट्रैक्टर को दूसरी जगह बेचने का काम किया जाता था। जिसके नाम पर लोन लिया जाता था। उसका फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र भी बनवाया जाता था और असली मालिक को धनराशि से में से कुछ भी नहीं दिया जाता था।
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