लखीमपुर खीरी : विष्णुपुर गांव में भीषण आग, 22 से अधिक घर जलकर राख...लाखों का नुकसान

मझगईं, अमृत विचार। थाना मझगई की ग्राम पंचायत बबौरा के मजरा विष्णुपुर में बुधवार की दोपहर भीषण आग लग गई। इससे गांव में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीण खेतों से दौड़कर जब तक अपने घरों तक पहुंचते। आग की लपटों ने एक-एक कर 22 से अधिक घरों को अपनी चपेट में ले लिया। इस अग्निकांड में लाखों का नुकसान हुआ है। दो घरों पर रखा दहेज का सामान भी जल गया। मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड ने कड़ी मशक्कत कर आग पर काबू पाया।
गांव विष्णुपुर में अधिकतर घर खरफूस से बने हुए हैं। गांव के अधिकतर ग्रामीण रोज की तरह बुधवार को अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ खेतों में काम करने गए थे। कुछ घरों पर महिलाएं और बच्चे थे। दोपहर करीब डेढ़ बजे दरबारी लाल के घर से आग भड़क उठी। जिस वक्त आग लगी। उस समय दरबारी लाल और उसके परिवार के लोग खेतों में काम करने गए थे। उनके घर से धुएं के गुब्बार और उठीं लपटों को देखकर गांव में चीख पुकार मच गई। रोती-बिलखती महिलाएं शोर करते हुए बच्चों के साथ घरों का सामान बाहर निकालकर उसे सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुट गई। उधर खेतों में काम कर रहे ग्रामीणों के साथ आसपास के गांव के लोग भी मौके पर पहुंच गए। ग्रामीण जब तक आग बुझाने की कोशिश करते। इससे पहले ही तेज हवा चलने लगी। इससे ग्रामीण असहाय हो गए। देखते ही देखते आग की लपटों ने एक-एक कर 22 घरों को अपनी चपेट में ले लिया। आग इतनी भीषण थी कि आसमान में छाए धुएं के आगे सूर्य की रोशनी भी फीकी पड़ गई।
सूचना पर पहुंची फायर बिग्रेड कर्मचारियों ने ग्रामीणों की मदद से करीब चार घंटे बाद आग पर पूरी तरह से काबू पाया। इस अग्निकांड में धनपाल, गेंदनलाल, राममिलन, भारत, तुलसीराम, श्याम बाबू, रामवीर, जयराम, रामसेन, सालिक राम, रामपाल, सुखराम, रामनिवास, रामजी, शिवकुमार, काशीराम, राम, विकास, सेवकराम, लवकुश, रामधन, रामसमुझ समेत 22 से अधिक घर जलकर राख के ढेर में बदल गए। कालीचरन की तीन बकरियां भी जिंदा जल गईं। अग्निकांड में घरों में रखा राशन, कपड़ा. चारपाई, बर्तन, साइकिल, बर्तन, बिस्तर, हजारों की नगदी, जेवर समेत लाखों रुपये का सामान जलकर नष्ट हो गया। आग लगने की वजह अभी साफ नहीं हो सकी है।
दहेज में मिला बेटे का सामान भी जलकर राख
गांव विष्णुपुर निवासी धनपाल का दरबारी लाल के पड़ोस में घर है। धनपाल के बेटे की शादी थी। मंगलवार को बारात वापस घर आई थी। दहेज में मिला उसका सारा सामान, सोने-चांदी के जेवर आदि घर में रखा था, जो बुधवार को हुए भीषण अग्निकांड की भेंट चढ़ गया। उनके घर पर भी खाने का एक तिनका तक नहीं बचा है। घर के सदस्य जो कपड़े पहने थे। बस वहीं उनके हाथ लगे हैं।
दहेज में देने वाला सामान भी जला, कैसे बिटिया के हाथ होंगे पीले
गांव विष्णुपुर में हुआ भीषण अग्निकांड गांव के ही गेंदनलाल को गहरा जख्म दे गया है। गेंदनलाल ने बताया कि उनकी बिटिया की शादी 11 मार्च को है। पिछले दो सालों से बेटी के हाथ पीले करने के लिए उन्होंने एक-एक पाई जुटा कर दहेज में देने के लिए सामान एकत्र किया था। कुछ चांदी और सोने के जेवर भी खरीदकर ले आए थे। घर पर तैयारियां जोरों पर चल रहीं थी, लेकिन बुधवार को लगी आग से उसका सुबकुछ जलकर बर्बाद हो गया। उसे और उसके परिवार वालों को इस बात की चिंता सताए जा रही है कि आखिर अब वह अपनी बिटिया के हाथ कैसे पीले करेगा।
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