बरेली: स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट...दूसरे चरण में निर्माण पर नहीं, वार्डों को जीरो वेस्ट बनाने पर रहेगा जोर

बरेली, अमृत विचार। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में निर्माण कार्य नहीं कराए जाएंगे। वार्डों को वेस्ट बनाने पर काम किया जाएगा। सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल होगा। बरेली में सबसे अधिक सफाई के लिए संसाधन विकसित करने की तैयारी है।
पहले चरण में निर्माण कार्य पूरा होने के बाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी वार्डों को सफाई के मामले में स्मार्ट बनाएगी। इसके तहत जीरो वेस्ट की योजना बनाई गई है। जिसके तहत वार्डों में लोगों को गीले कचरे से खाद बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें मानव संसाधनों को पूरा करने के लिए स्वयं सहायता समूह और एनजीओ का सहयोग लिया जाएगा। इससे डीजल और मानव श्रम की बचत होगी। इसको लेकर इन दिनों स्मार्ट सिटी के अधिकारियों की एक कार्यशाला जयपुर में सिटी इन्वेस्टमेंट टू इन्नोवेट इंटीग्रेटेड एंड सस्टेन चैलेंज के तहत चल रही है। पहले दिन स्मार्ट सिटी के सीईओ संजीव मौर्य ने सर्कुलर इकोनॉमी और एकीकृत अपशिष्ट प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए 75 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट के एमओयू पर हस्ताक्षर किए। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के दूसरे चरण की कार्ययोजना स्वच्छता और थ्री आर (रिड्यूस, रीयूज, रिसाइकल) और सर्कुलर इकोनॉमी पर आधारित है। इसमें विदेशी एजेंसियों के सहयोग से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर पूरा जोर दिया जाएगा। कूड़ा निस्तारण को लेकर योजना तैयार की गई है।
आधुनिक सफाई उपकरणों की होगी खरीदारी
स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी के सीईओ संजीव कुमार मौर्य के अनुसार दूसरे दिन कार्यशाला में सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए चर्चा हुई है। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में रिड्यूस, रीयूज, रिसाइकल को लेकर प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। प्रत्येक वार्ड में इसको लेकर तैयारी की जाएगी। आधुनिक उपकरण जैसे रोबोट से सफाई और हर वार्ड को जीरो वेस्ट बनाने की योजना है।
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