दुआ के लिए उठे हाथ और छलके आंसू; कानपुर में चांद निकलते ही महिलाओं ने पढ़ी शुक्रराना नमाज
अल्लाह को राजी करने का मौका आया

कानपुर, अमृत विचार। शनिवार को रमजान-उल-मुबारक का चांद दिखाई देते ही लोगों में खुशी के आंसू छलक उठे। घरों में महिलाओं ने दो रकआत नमाज शुक्रराना अदा किया। शनिवार को मगरिब (शाम 6 बजे के बाद) रमजान-उल-मुबारक का चांद देखने के लिए मस्जिदों, छतों पर भारी भीड़ रही और जैसे ही चांद दिखाई दिया, लोगों के हाथ दुआ के लिए उठ गए। चमनगंज, बेकनगंज, कर्नलगंज, कुलीबाजार, बाबूपुरवा, बेगमपुरवा, जाजमऊ, रोशन नगर समेत कई स्थानों पर चांद होने की खुशी में आतिशबाजी की गई। लोगों ने एक दूसरे को मुबारकबाद दी।
इबादत में डूबा मुस्लिम इलाका, दुकानों पर गीत संगीत बंद
रमजान का चांद निकलते ही चमनगंज, बेकनंगज, कर्नलगंज, बजरिया, जाजमऊ, बाबूपुरवा, बेगमपुरवा, मछरिया, जूही लाल कालोनी, जूही सफेद कालोनी, केडीए कालोनी, नाला रोड, रुपम चौराहा, नाला रोड, कुलीबाजार, नई सड़क, पटकापुर समेत शहर के मुस्लिम इलाकों में लोग इबादत में डूब गए और दुकानों पर बजने वाले गीत संगीत के स्थान पर नातिया कलाम, कव्वाली सुनाई देने लगी।