संभल: विष्णुशंकर जैन को मारना चाहते थे, विदेशी हथियार के साथ शारिक साठा का गुर्गा गिरफ्तार
हिंसा में पुलिस कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार किया गया शारिक साठा का करीबी गुलाम

संभल, अमृत विचार। संभल हिंसा में शारिक साठा गैंग की साजिश सामने आने के बाद गैंग के सदस्यों की धरपकड़ में जुटी पुलिस ने साठा गैंग के एक और सदस्य को गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से तीन पिस्टल,विदेशी कारतूस व शारिक साठा की पत्नी का वह फोन बरामद किया है जिससे गिरोह के लोग साठा से बात करते थे। पकड़े गये बदमाश ने खुलासा किया कि संभल में हिंसा के दौरान आम जनता व पुलिस कर्मियों के साथ ही अधिवक्ता विष्णुशंकर जैन की हत्या का उनका इरादा था। एसपी ने दावा किया कि शारिक साठा गैंग को सांसद बर्क के संरक्षण की बात भी सामने आई है।
पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि संभल कोतवाली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये दीपा सराय निवासी गुलाम नाम के अपराधी ने पूछताछ में संभल हिंसा को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किये हैं। शारिक साठा गैंग से जुड़े गुलाम के खिलाफ 20 से ज्यादा मुकदमें विभिन्न थानों में दर्ज हैं। 23 नवंबर को गुलाम ने शारिक साठा से फोन पर बातचीत की तो शारिक साठा ने निर्देश दिया था कि 24 नवंबर को संभल की जामा मस्जिद में सर्वे किसी हाल में नहीं होने देना है। फोटो दिखाकर कहा गया था कि दिल्ली से आए हुए इस वकील व पुलिस वालों की हत्या करनी है जिससे देश भर में हिंसा फैलेगी। शारिक साठा ने हिंसा के लिए हथियार उपलब्ध कराये जिन्हें लोगों को बांटा गया था। गुलाम ने पुलिस पूछताछ में बताया कि 24 नवंबर को हुई हिंसा के दौरान जब पुलिस ने आंसू गैस के गोले चलाये तो धुंआ छा जाने के बाद हमारे लोगों ने गोलियां चलाई जिससे चार लोगों की जान गई थी।
गुलाम ने बताया कि पुलिस ने मुल्ला अफरोज को गिरफ्तार कर लिया तो वह हथियार छिपाकर भाग गया था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गुलाम के पास से एक 9 एमएम की पिस्टल, 32 बोर की दो पिस्टल,एक मैगजीन, 9 एमएम के 5 जिंदा कारतूस, 32 बोर के सात कारतूस,. 2 एमएम के कारतूस, जर्मनी मेड 20 कारतूसों का एक डिब्बा जिसमें सात कारतूस हैं वह बरामद हुए हैं।
कुछ कारतूस चेकोस्लोवाकिया और अमेरिका निर्मित हैं। इसके अलावा शारिक साठा की पत्नी का मोबाइल भी गुलाम के पास से बरामद हुआ है। एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि शारिक साठा गैंग को राजनीतिक संरक्षण की बात भी सामने आई है। 2014 में चुनाव के समय शफीकुर्रहमान बर्क के कहने पर सपा के विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल पर गुलाम ने फायरिंग कर जानलेवा हमला किया था।