महाकुंभ के तुरंत बाद होगा मंत्रीमंडल का विस्तार, सरकार और संगठन में होगा फेरबदल
नवनिर्वाचित सदस्यों को मिलेंगी अहम जिम्मेदारी

भास्कर दूबे, लखनऊ, अमृत विचार: 2027 के चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी अपनी कमर कसने में जुटी हुई है। एक ओर जहां संगठन के सभी पेच कसे जा रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ सरकार पर भी नेतृत्व का पूरा फोकस है। परफॉर्मेंस के आधार पर यूपी में नई जिम्मेदारियां तय करने का फार्मूला बनाया गया है। पार्टी नेतृत्व चाहता है कि 27 के चुनाव से पहले एक बार फिर योगी कैबिनेट में कुछ फेरबदल हो। जिससे नई ऊर्जा के साथ 2027 के चुनाव में जाया जा सके, इसके लिए कुछ लोगों को संगठन से सरकार में और कुछ को सरकार से संगठन में वापस बुलाया जा सकता है। संगठन और सरकार के लिए राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के साथ दिल्ली में हुई कई चक्र की बैठक के बाद फैसला लिया गया। जिसको कुंभ के तुरंत बाद अमलीजामा पहनाने की तैयारी है।
आगामी सप्ताह तक प्रदेश भाजपा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सहित जिला अध्यक्षों की सूची जारी कर दी जाएगी। अगले चरण में सरकार पर कवायद शुरू होगी। जिसे महाकुंभ के तुरंत बाद संपन्न करने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश में सरकार बनने के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में यह दूसरा फेरबदल होगा। परफार्मेंस के आधार पर कुछ मंत्री हटाए जा सकते हैं वहीं आधा दर्जन मंत्रियों के विभागों में फेरबदल होगा। दोनों उप मुख्यमंत्रियों के विभागों में बदलाव करते हुए केशव मौर्या का और ताकत देने की तैयारी है। नए चेहरों में कुंदरकी से जीत कर आए रामवीर सिंह, मिल्की पुर से नवनिर्वाचित विधायक चंद्रभानु पासवान, सुरेश राणा का शामिल किए जाने की संभावना है। कहा जा रहा है कि यह यूपी चुनाव से पहले आखिरी कैबिनेट विस्तार होगा। यह सारी कवायद पीडीए को टक्कर देने के लिए हुई है। संघ चाहता है संतुलन का ध्यान रखते हुए सरकार और संगठन दोनों में पीडीए की भागीदारी बढ़ाई जाए।
भूपेंद्र बनेंगे कैबिनेट मंत्री
महाकुंभ में डुबकी लगाने के बाद केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े ने शुक्रवार,14 फरवरी को लखनऊ में एक बैठक की । इस दौरान उन्होंने प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर संगठन और सरकार में फेरबदल सहित कई अन्य मुद्दों पर चर्चा करते हुए संगठन की सूची जारी करने और मंत्रीमंडल विस्तार के संकेत भी दिए। प्रस्तावित मंत्रीमंडल विस्तार में प्रदेश अध्यक्ष के दायित्व से मुक्त होने के बाद जाट बहुल क्षेत्रों में दखल रखने वाले भूपेन्द्र चौधरी को कैबिनेट मंत्री बनाए जाने का भी फैसला केंद्रीय नेतृत्व ने लिया है।
मंत्रिमंडल में अभी 6 जगह है खाली
बता दें कि योगी मंत्रिमंडल में अभी 6 जगह खाली है। वर्तमान में यूपी में 21 कैबिनेट मंत्री, 14 स्वतंत्र प्रभार और 19 राज्यमंत्री है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस बार पिछड़े और अनुसूचित वर्ग से कुछ चेहरों को सरकार में जगह मिल सकती है।
योगी सरकार 2.0 का ये दूसरा विस्तार होगा। योगी आदित्यनाथ साल 2022 में दूसरी बार यूपी के मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ था। तब सुहेलदेव समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को योगी सरकार में मंत्री बनाया गया था। इस बार मंत्रिमंडल का विस्तार अगले विधानसभा चुनाव के हिसाब से होगा। कहा जा सकता है कि 2025 में इस मंत्रिमंडल विस्तार से भाजपा 27 को निशाना साधने की कोशिश करेगी।वहीं जिलाध्यक्षों की सूची जारी होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के प्रभारी पीयूष गोयल लखनऊ आएंगे।
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