कभी पानी से लगता था डर, आज मेहनत कर चैंपियन बनीं 16 साल श्रावणी

कभी पानी से लगता था डर, आज मेहनत कर चैंपियन बनीं 16 साल श्रावणी

अमृत विचार, हल्द्वानी। महाराष्ट्र की सबसे कम उम्र की खिलाड़ी (16 साल) श्रावणी निलवर्णा ने मॉर्डन पेंटाथलॉन के ट्राइथले में व्यक्तिगत स्पर्धा का स्वर्ण जीता। साथ ही वह मयंक चापेकर के साथ मिक्स रिले में महाराष्ट्र को स्वर्ण दिलाने में कामयाब रही।

श्रावणी 10 वीं में पढ़ती हैं और कुछ दिनों बाद उनकी परीक्षाएं हैं। वह पुणे में रहती हैं। अपने बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि बचपन में वह पानी से बहुत डरती थी। उनका डर भगाने के लिए मम्मी-पापा ने उन्हें स्विमिंग सिखने के लिए प्रेरित किया। बताया कि एक समय ऐसा भी आया जब स्कूल में रनिंग और स्विमिंग में पीछे रहने के कारण उनका आत्मविश्वाास डगमगा गया था, लेकिन जब उन्होंने पहली बार अंडर-8 में ब्रॉन्ज मेडल जीता तो फिर से अपने ऊपर भरोसा बढ़ गया।

उन्होंने बताया कि बीते 24 जनवरी को उनकी मम्मी का बर्थडे था, तब मम्मी ने गिफ्ट में गोल्ड मांगा था। घर पहुंचने के बाद मम्मी को बर्थडे गिफ्ट में गोल्ड मेडल देंगी। कहा कि ट्राइथले प्रतियोगिता शुरू होने से एक रात पहले उनके मन में बहुत सवाल चल रहे थे कि उनका प्रदर्शन कैसा रहेगा, टीम के लिए कैसा योगदान दे सकती हैं। व्यक्तिगत और मिक्स रिले में गोल्ड मेडल जीतने के बाद बहुत खुशी हो रही और सारे सवालों के जवाब मिल गए हैं।