बरेली रिंग रोड: शहरवासियों को जाम से मिलेगी मुक्ती, 2117 करोड़ होंगे खर्च
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जारी की वित्तीय और प्रशासनिक स्वीकृति
बरेली, अमृत विचार: दिल्ली और लखनऊ हाईवे को जोड़ने के लिए शहर के बाहर 2117.07 करोड़ की लागत से 29.92 किमी लंबा फोर लेन रिंग रोड बनेगा। शुक्रवार को इसकी वित्तीय और प्रशासनिक स्वीकृति देने के बाद केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अपने एक्स हैंडल पर यह जानकारी साझा की।
इससे दूसरे जिलों से आने वाले वाहन भी बाहर से ही निकल जाएंगे और शहर को जाम से मुक्ति मिल जाएगी।रिंग रोड का निर्माण नेशनल हाईवे- 530 बी पर झुमका चौराहा (धंतिया गांव) के पास से शुरू होगा और नेशनल हाईवे-30 पर ट्रम्पेट इंटरचेंज सहित इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी के पास समाप्त होगा। फोरलेन रिंग रोड पर सभी पुल और अंडरपास सिक्स लेन के हिसाब से बनेंगे ताकि भविष्य में जरूरत पड़ने पर रिंग रोड को आसानी से सिक्सलेन बनाया जा सके।
एनएचएआई के पीडी प्रशांत दुबे ने बताया कि रिंग रोड के लिए टेंडर निकल चुके हैं। भूमि अधिग्रहण पर 863 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। एनएचएआई के क्षेत्रीय कार्यालय ने 21 गावों के किसानों के लिए 350 करोड़ रुपये की मंजूरी भूमि अध्याप्ति अधिकारी के पास भेज दी है। सक्षम प्राधिकारी की ओर से किसानों के खातों में मुआवजा राशि भेजने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। बाकी नौ गांवों से जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया आगे बढ़ाने के लिए पत्राचार चल रहा है।
पीडी के मुताबिक 29.92 किमी लंबे रिंग रोड पर तीन रेलवे ओवरब्रिज, 17 अंडरपास और तीन चौराहे बनाए जाएंगे। सभी कार्य एक ही परियोजना के तहत किए जाने हैं। अगर कोई दिक्कत नहीं आई तो सितंबर या अक्टूबर में रिंग रोड का निर्माण शुरू हो जाएगा।
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