कन्नौज में 8 माह में अखिलेश ने दिए चार प्रस्ताव, तीन कब्रिस्तान से जुड़े: दो सीसी रोड व इतनी ही सौर ऊर्जा लाइट लगवाने की कवायद शुरू...
कन्नौज, (अजय मिश्र)। लोकसभा क्षेत्र कन्नौज से सांसद बने हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव को करीब आठ महीने गुजर गए हैं। उसके बाद से अब तक विकास कार्य कराने के लिए महज चार प्रस्ताव ऑनलाइन भेजे हैं जिसमें तीन कब्रिस्तान से संबंधित हैं। प्रस्ताव मिलने के बाद ग्रामीण अभियंत्रण विभाग व नेडा से स्टीमेट मांगा गया है।
सांसद अखिलेश यादव ने जो प्रस्ताव दिए हैं वह सभी दिसंबर 2024 के बताए गए हैं। पहले प्रस्ताव में शहर के मोहल्ला हाजीगंज निकट ईदगाह कॉलोनी मस्जिद के पास से होते हुए रख्खा वाले कब्रिस्तान तक करीब 150 मीटर रोड का सीसी निर्माण कार्य का दिया गया है। दूसरे प्रस्ताव में छिबरामऊ इलाके के चंदरपुर गांव में प्राइमरी स्कूल से विक्की सिंह के दरवाजे तक 250 मीटर सीसी रोड का निर्माण कार्य होना है।
तीसरे प्रस्ताव में कब्रिस्तान पुलिस लाइन रोड से सेंट जेवियर्स स्कूल वाली सड़क पर एक सौर ऊर्जा लाइट लगाई जानी है। इसी तरह चौथा प्रस्ताव सरायमीरा जीटी रोड राजधानी होटल के निकट स्थित कब्रिस्तान के पास भी एक सौर ऊर्जा लाइट लगाने का प्रस्ताव जिला ग्राम्य विकास अभिकरण को मिला है। इसमें पहले प्रस्ताव की लागत करीब 12 लाख रुपये बताई गई है। अन्य की प्रक्रिया गतिमान है।
धन्यवाद ज्ञापित करने तक नहीं पहुंचे सांसद
कन्नौज के मौजूदा सांसद व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव चार जून 2024 को हुई लोकसभा चुनाव की मतगणना के बाद भारी बहुमत से विजयी हुए थे। मतदाताओं ने भी पूर्व के कार्यकालों में कराये कार्यों को देखते हुए वोटों के रूप में भरपूर प्यार लुटाया था।
जीत का प्रमाण पत्र लेने के बाद से वे लोगों का धन्यवाद ज्ञापित करने तक नहीं पहुंचे हैं जबकि चुनाव के दौरान तत्कालीन सांसद के लापता होने का ढिंढोरा पीट वोट की मांग की थी। खास बात यह कि जिले से निकले एक्सप्रेस वे से कई बार गुजरे लेकिन जनता का हाल लेने के लिए विशेष रूप से एक बार भी जिले में कदम नहीं रखा। यह बात अलग है कि किन्हीं घटना-दुर्घटनाओं के बाद वे या उनके पार्टी के लोग संबंधितों के यहां पहुंचे।
सांसद निधि से विकास कार्य कराने के चारों प्रस्ताव ऑनलाइन मिले हैं। चुनाव जीतने के बाद विकास कार्य कराने के लिए लिमिट जारी हो गई थी। संबंधित विभागों से स्टीमेट व आगे की प्रक्रिया पूरी करने को कहा गया है।- रामऔतार सिंह, परियोजना निदेशक