भाजपा Kanpur उत्तर जिलाध्यक्ष नामांकन: 24 ब्राह्मणों के साथ पहली बार 13 महिलाएं मैदान में
विशेष संवाददाता, अमृत विचार। भाजपा कानपुर उत्तर जिलाध्यक्ष नामांकन में ब्राह्मणों का बोलबाला रहा। 24 ब्राह्मण, 13 महिलाओं, 3 ठाकुर व 6 ओबीसी दावेदारों ने नामांकन कराया है। प्रांतीय परिषद मे भी अधिकांश ब्राह्मण हैं। ज्यादातर कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह चुनाव नहीं मनोनयन है। आम सहमति से पदाधिकारियों की घोषणा में चुनाव कहां हुआ?
एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने बताया कि मंडल अध्यक्ष के दावेदारों में ऐसे बहुतायत में हैं जिनके नामांकन पर विचार किए बिना ही उन्हें प्रतिनिधि बना दिया गया। उत्तर जिला ही नहीं दक्षिण और ग्रामीण में भी इसी तरह की शिकायतें हैं। उदाहरण के तौर पर वात्सेय त्रिपाठी लाजपतनगर के पूर्व मंडल अध्यक्ष थे। अबकी भी इसी पद का परचा दाखिल किया पर बना दिए गए मंडल प्रतिनिधि।
प्रशांत पाल चंचल भदौरिया, मनीष अवस्थी और ज्योति वाल्मीकि भी पहले मंडल अध्यक्ष थे। शिवगोपाल मिश्रा का भी यही हाल है। हालांकि वह महामंत्री थे। वोटिंग प्रक्रिया का पालन ही नहीं हुआ। पहले मंडल अध्यक्ष के लिए बूथ अध्यक्षों से वोट कराया जाता था। बाद में आपसी सहमति से पद तय किया जाने लगा।
कानपुर उत्तर जिला में 14 मंडल हैं और 10 के अध्यक्ष व प्रतिनिधि घोषित किए गए थे। पार्टी के वरिष्ठों का कहना है कि जिलाध्यक्ष में भी ऐसा ही होना तय है। पहली बार उत्तर जिलाध्यक्ष के लिए जिन 13 महिलाओं ने नामांकन कराया है, उनमें महिला मोर्चा अध्यक्ष सरोज सिंह, उपाध्यक्ष अनीता वाजपेयी, महिला आयोग की पूर्व सदस्य पूनम कपूर, रंजीता पाठक, पूर्व पार्षद नीना गुप्ता, नमिता मिश्रा, आशा पाल शामिल हैं।