Makar Sankranti 2025: मकर संक्रांति कल, जानें- विशेष उपाय और दान का महत्व, राशि के अनुसार करें इन वस्तुओं का दान...
कानपुर, अमृत विचार। महायोगों का संयोग मकर संक्रांति के दिन विष्कुंभ, प्रीति, बालव और कॉलव योग का निर्माण हो रहा है, जो अति शुभ है इस दिन किसी ब्राह्मण को राशि के अनुसार दान अवश्य करना चाहिए दान करने से अक्षय पुण्य फल की प्राप्ति होती है
माघे मासे महादेव: यो दास्यति घृतकम्बलम।
स भुक्त्वा सकलान भोगान अन्ते मोक्षं प्राप्यति॥
संस्थापक अध्यक्ष ज्योतिष सेवा संस्थान के आचार्य पवन तिवारी ने बताया कि मकर संक्रान्ति के अवसर पर गंगास्नान एवं गंगातट पर दान अत्यन्त शुभ होता है। इस पर्व पर तीर्थराज प्रयाग एवं गंगासागर में स्नान को महास्नान की संज्ञा दी गयी है। सामान्यत: सूर्य सभी राशियों को प्रभावित करते हैं, किन्तु कर्क व मकर राशियों में सूर्य का प्रवेश धार्मिक दृष्टि से अत्यन्त फलदायक है। यह प्रवेश अथवा संक्रमण क्रिया छ:-छ: माह के अन्तराल पर होती है।
इस दिन भगवान भास्कर अपने पुत्र शनि से मिलने स्वयं उसके घर जाते हैं। चूँकि शनिदेव मकर राशि के स्वामी हैं, अत: इस दिन को मकर संक्रान्ति के नाम से जाना जाता है। मकर संक्रान्ति के दिन ही गंगाजी भगीरथ के पीछे-पीछे चलकर कपिल मुनि के आश्रम से होती हुई सागर में जाकर मिली थीं।
इस दिन पवित्र नदियों अथवा तीर्थ स्नान, पुण्य, दान, जप, धार्मिक अनुष्ठानों का बहुत महत्व है। इस अवसर पर दिया हुआ दान ‘पुनर्जन्म’ होने पर सौ गुणा होकर प्राप्त होता है। पौराणिक ग्रंथों में तिल के तेल से स्नान, तिल का उबटन लगाना, तिल से होम करना, तिल का जल पीना, तिल से बने पदार्थ खाना और तिल का दान देना ये 6 कर्म तिल से ही होने का विधान है।
मकर संक्रांति पर विशेष उपाय
मकर संक्रांति के दिन प्रातःकाल जल्दी उठकर स्नान आदि कर सूर्य भगवान को नमन कर आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें और सूर्य को ताम्बे के लोटे में लाल पुष्प, अक्षत आदि डालकर अर्घ्य दें, मनोकामना पूर्ति के लिए प्रार्थना करें। जिन लोगों की जन्मपत्री में सूर्य लग्नेश, पंचमेश अथवा भाग्येश होकर शुभ स्थान पर बैठे हों, वे मकर संक्रांति पर सूर्य का रत्न, माणिक्य सोने की अंगूठी में बनवाकर दाहिने हाथ की अनामिका उंगली अथवा गले में धारण करें।
दान का महत्व
अर्थ की शुद्धि के लिए दान आवश्यक है जिस प्रकार बहता हुआ पानी शुद्ध रहता है उसी प्रकार धन भी गतिशील रहने से शुद्ध होता है धन कमाना और उसे शुभ कार्यां में लगाना अर्थ की शुद्धि है दान कई प्रकार का हो सकता है- अर्थ दान, विद्या दान, श्रम दान, ज्ञान दान, अंग दान, अन्न दान, रक्त दान आदि इनमें से हर एक की अपनी महत्वता है।
राशि के अनुसार करें इन वस्तुओं का दान
मेष राशि : मकर संक्रांति पर गुड़ और मूंगफली का दान करें।
वृषभ राशि : मकर संक्रांति पर सफेद तिल के लड्डू का दान करें।
मिथुन राशि : मकर संक्रांति तिथि पर हरी सब्जियों का दान करें।
कर्क राशि : मकर संक्रांति तिथि पर चावल और उड़द दाल का दान करें।
सिंह राशि : मकर संक्रांति तिथि पर गुड़, मूंगफली और शहद का दान करें।
कन्या राशि : संक्रांति तिथि पर मौसमी फलों व सब्जियों का दान करें।
तुला राशि : दूध, दही, चूड़ा और सफेद तिल का दान करें।
वृश्चिक राशि : शहद, चिक्की और गुड़ का दान करें।
धनु राशि : मकर संक्रांति तिथि पर हल्दी, केला और धन का दान करें।
मकर राशि : चावल और उड़द की दाल का दान करें।
कुंभ राशि : काले कंबल, तिल और गुड़ का दान करें।
मीन राशि : जरूरतमंदों को वस्त्र और धन का दान करें।
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