STF की बड़ी कार्रवाई, सेना भर्ती परीक्षा में दो सॉल्वर गिरफ्तार...इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से कर रहे थे नकल
अयोध्या, अमृत विचार: सेना खुफिया इकाई व एसटीएफ अयोध्या की टीम ने रविवार को डोगरा रेजीमेंटल सेंटर में आयोजित टेरिटोरियल आर्मी जनरल ड्यूटी क्लर्क व ट्रेड्समैन भर्ती लिखित परीक्षा में दो सॉल्वरों को गिरफ्तार किया है। यह दोनों इलेक्ट्रानिक कॉल रिसीवर डिवाइस के माध्यम से नकल करते हुए पाए गए थे। इन्होंने इसके लिए चार-चार लाख रुपए लिए थे। एसटीएफ की टीम दोनों के सहारे सॉल्वर गैंग के सरगना तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
विगत कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश में आयोजित होने वाली विभिन्न परीक्षाओं में नकल माफिया गिरोहों के सक्रिय होकर नकल कराने व परीक्षा में धांधली कराने की सूचनाएं एसटीएफ को प्राप्त हो रही थी। इन्हें पकड़ने के लिए एसटीएफ की विभिन्न टीमों को लगाया गया था। 12 जनवरी को टीम को सूचना मिली कि डोगरा रेजिमेंटल सेंटर में आयोजित टेरिटोरियल आर्मी जनरल ड्यूटी क्लर्क एवं ट्रेड्समैन भर्ती लिखित परीक्षा में कुछ अभ्यर्थियों के स्थान पर सॉल्वर गैंग के सदस्य परीक्षा दे रहे हैं। इसकी सूचना एसटीएफ ने सेना की खुफिया इकाई को दी।
एसटीएफ अयोध्या के उप निरीक्षक सौरभ मिश्रा के नेतृत्व में गठित टीम ने परीक्षा केंद्र पर कार्रवाई करते हुए सॉल्वर गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। यह दोनों इलेक्ट्रानिक कॉल रिसीवर डिवाइस के माध्यम से नकल कर रहे थे। आरोपियों की पहचान विकास राय (19) निवासी शातसार, पोस्ट केवल्ली, थाना जंसा जनपद वाराणसी व सुखनंदन यादव (30) निवासी इंदिरा कॉलोनी, ग्राम कोडारोटी, पोस्ट गढा, थाना बेतुल मध्य प्रदेश के रूप में हुई। इनके पास से दो मोबाइल फोन, प्रवेश पत्र, परीक्षा प्रश्नपत्र, दो कॉल रिसीवर डिवाइस, तीन इयर फोन बरामद हुआ। आरोपियों को थाना कैंट के हवाले कर दिया गया। सीओ सिटी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
बेहद छोटा है डिवाइस, रेंज भी है अधिक
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया गया कि इसके लिए साल्वर गैंग के सदस्यों से चार-चार लाख रुपए में सौदा हुआ था। एडवांस के रूप में उन्हें 40-40 हजार रुपए मिले थे। बताया कि इसके बाद यूट्यूब से उक्त इलेक्ट्रानिक डिवाइस के बारे में जानकारी प्राप्त कर उसे आठ-आठ हजार रुपए में खरीदा था। डिवाइस की रेंज अधिक थी, साथ ही आकार में छोटी होने के कारण आसानी से कान में लग सकती थी। उक्त डिवाइस के माध्यम से साल्वर गैंग के सदस्यों से प्रश्न पत्र पूछ-पूछकर हल कर रहे थे।
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