Kannauj हादसा: निर्माणाधीन वेटिंग हाल ढहने की जांच शुरू, अफसरों ने जांचा भूतल, घायलों से भी हादसे की वजह समझने की कोशिश
कन्नौज, अमृत विचार। कन्नौज में रेलवे स्टेशन पर अमृत भारत योजना के तहत बन रहे वेटिंग हाल के ढहने की जांच शुरू हो गयी है। हालांकि रेलवे के विभागीय अधिकारी अभी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। रविवार को एडीआरएम मनोज कुमार, पीसीई (पर्सनल चीफ इंजीनियर) नीलमणि कन्नौज स्टेशन पहुंचे और उन्होंने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। इस दौरान पीसीई ने भूतल पर कुदाल चलवाकर जांचा कि कहीं बेस तो नहीं धंसा, जो हादसे का कारण बना। बाद में जिला अस्पताल पहुंचकर घायल मजदूरों का हालचाल लेने के साथ ही घटना के कारणों को भी जानने की कोशिश की। आईजी आरपीएफ तारिक अहमद ने भी स्टेशन पहुंचकर निरीक्षण किया।
शनिवार को कन्नौज रेलवे स्टेशन का निर्माणाधीन भवन ढहने से उसमें दबकर 26 मजदूर घायल हो गये थे। घटना के बाद रेलवे विभाग में हड़कंप मच गया। राहत और बचाव कार्य के साथ ही रेलवे के अधिकारियों का भी आना शुरू हो गया था। देर शाम को इज्जतनगर मंडल की डीआरएम बीना सिन्हा मौके पर पहुंच गयीं और हादसे के कारणों की पड़ताल की। रविवार सुबह करीब छह बजे तक मलबा आदि हटाने का काम पूरा कर लिया गया।
इसके बाद करीब 10 बजे से रेलवे अधिकारियों के स्टेशन पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। जीआरपी आईजी के साथ एडीआरएम, पीसीई आदि ने सीधे मौके पर पहुंचे और हादसे के कारणों को लेकर विचार विमर्श किया। इस दौरान पीसीई ने कुदाल से चलवाकर यह जानने की कोशिश की कि कहीं निर्माणाधीन भवन के भूतल का बेस तो नहीं धंसा ? जिस वजह से हादसा हुआ हो। साथ ही उन्होंने निर्माण कार्य में इस्तेमाल किये जा रहे सरिया, लोहा आदि की गुणवत्ता भी परखी। इसके बाद अधिकारी जिला अस्पताल पहुंचे और घायल मजदूरों का हालचाल लेने के साथ ही घटना के बारे में उनसे जानकारी हासिल की। इस दौरान अधिकारियों ने मीडिया से दूरी बनाये रखी।
पीसीई नीलमणि मुख्य जांच अधिकारी
कन्नौज रेलवे स्टेशन पर निर्माणाधीन भवन ढहने के कारणों को जानने के लिये चार सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है। रेलवे से जुड़े लोगों की मानें तो रेलवे की जीएम सौम्या माथुर ने कमेटी का मुख्य जांच अधिकारी पीसीई (पर्सनल चीफ इंजीनियर) नीलमणि को बनाया है। इसके अलावा आरएसपी नरेंद्र कुमार, मुख्य संरक्षा अधिकारी मुकेश मेहरोत्रा व प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त तारिक अहमद शामिल हैं।
मुस्तैद रही पुलिस, घटनास्थल पर नहीं रुकने दिये यात्री
निर्माणाधीन भवन ढहने के बाद रविवार की सुबह प्लेटफार्म नंबर एक पर आरपीएफ के जवान मुस्तैद रहे। यह जवान किसी भी यात्री या तमाशबीन को घटनास्थल के इर्द गिर्द रुकने नहीं दे रहे थे। लिंटर गिरने से कहीं कोई पिलर या बीम कमजोर न हो गया हो इसी आशंका के चलते यहां किसी को खड़े होने की इजाजत नहीं दी जा रही थी।
रेलवे बोर्ड ने 24 घायलों को दिए 28 लाख
हादसे के बाद रेलवे बोर्ड ने सामान्य व गंभीर घायलों को तत्काल सहायता राशि उपलब्ध करायी। देर शाम इज्जतनगर मंडल से मिले आदेश के बाद कन्नौज स्टेशन के रेल अधिकारियों ने मामूली रूप से घायल 16 लोगों को पचास-पचास हजार रुपये व गंभीर रूप से घायल 8 लोगों को ढाई-ढाई लाख रुपये की सहायता राशि रात में ही उपलब्ध करा दी। गंभीर घायलों को दो-दो लाख के चेक तथा 50-50 हजार रुपये नकद दिए गए। यह सारा कार्य बकायदा कैमरे की निगरानी में किया गया तथा राशि प्राप्त करने वालों से रिसीविंग हस्ताक्षर भी कराए गए।
घटना का सीसीटीवी फुटेज आया सामने
शनिवार को रेलवे स्टेशन पर हुये हादसे का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि मजदूर नीचे काम कर रहा है फिर वह हाथ में एक लंबी बल्ली लेकर छत के नीचे पहुंचता है? बल्ली से शटरिंग की टेड़ी हो रही बल्लियों को ठीक करने की कोशिश के दौरान बल्ली टकराने से शटरिंग खिसक जाती है और बांस बल्लियों समेत लेंटर नीचे गिर जाता है। निर्माणाधीन लेंटर दोपहर 2 बजकर 22 मिनट पर भरभराकर गिरता दिख रहा है।