Bareilly: 6 फर्मों को नोटिस, सड़कों के निर्माण में धांधली करने पर नगर आयुक्त ने लगाया जुर्माना
नगर आयुक्त ने इंजीनियरों को भेज सड़क खुदवाई तो मिला घटिया निर्माण
बरेली, अमृत विचार : सड़कों के निर्माण में धांधली पकड़े जाने के बाद छह फर्मों पर नगर आयुक्त ने 50-50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है, साथ ही नोटिस जारी कर ब्लैकलिस्ट करने की भी चेतावनी दी है। इनमें से एक फर्म सड़क किनारे पड़ा कचरा डालकर निर्माण करते पाई गई।
सड़क निर्माण में कचरे का इस्तेमाल का वार्ड 34 के परतापुर चौधरी का जहां रामपाल सक्सेना के आवास से पूर्व पार्षद आवास होते हुए नईम खां के मकान तक लिंक गलियों में नाली के साथ सीसी रोड के निर्माण का ठेका दक्ष इन्फ्राटेक नाम की फर्म को दिया गया है। इलाके के लोगों की शिकायत के बाद नगर निगम के इंजीनियरों ने सड़क के सैंपल की जांच कराई तो उसे फेल पाया गया।
इंजीनियरों ने ठेकेदार पर नाराजगी जताई तो उसने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय की गाइडलाइन का हवाला देते हुए दावा किया कि वह सीएंडडी वेस्ट मटेरियल का इस्तेमाल कर सड़क बना रहा है जो न सिर्फ ज्यादा मजबूत होगी बल्कि लागत भी कम आएगी। फर्म को ब्लैकलिस्ट करने की चेतावनी दी गई है।
रोज एक सड़क की जांच : नगर आयुक्त के मुताबिक रोज एक सड़क के निरीक्षण की योजना बनाई गई है। जहां भी खराब निर्माण कार्य होने की शिकायत मिल रही है, वहां खुद जाकर या इंजीनियरों को भेजकर जांच कराई जा रही है। कुछ निर्माणाधीन कार्यों के अचानक निरीक्षण किए जा रहे हैं।
निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में कमी मिलने पर छह फर्मों को 50-50 हजार का जुर्माना डालने के साथ नोटिस जारी किए गए हैं। गुणवत्ता में सुधार न होने पर ब्लैकलिस्ट करने की चेतावनी दी गई है- संजीव कुमार मौर्य, नगर आयुक्त।
इन सड़कों में पाया गया घटिया सामग्री का इस्तेमाल
वार्ड 27 के मथुरापुर में बाबू अली की फर्म सीसी रोड और नाली का निर्माण करा रही है। बालाजी कंस्ट्रक्शन नाम की फर्म वार्ड-37 के मोहल्ला खड़ौआ में दयाशंकर के मकान से घाट तक मुख्य सड़क के साथ सीमेंट की लिंक सड़कें और नाली बनवा रही है। परिवर्तन कांट्रैक्टर वार्ड 49 के शास्त्रीनगर के एन ब्लॉक में फारूख के मकान से फिरोज के मकान तक, महताब के मकान से गुलाब नबी के मकान तक, शमशाद हुसैन के मकान से शरीफ के मकान तक सीसी रोड और नाली का निर्माण करा रही है।
वार्ड 45 में बालाजी कंस्ट्रक्शन और एचके यूनाइटेड नाम की दो फर्म सड़क और नाली बना रही हैं। इन सभी निर्माण कार्यों में घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल होता पाया गया। कुछ जगह खुद नगर आयुक्त ने जांच की थी और कुछ जगह इंजीनियरों को भेजा था।
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