लखनऊ: विधान भवन के सामने परिवार ने किया आत्मदाह का प्रयास, पुलिस ने बचाया

लखनऊ: विधान भवन के सामने परिवार ने किया आत्मदाह का प्रयास, पुलिस ने बचाया

लखनऊ, अमृत विचार। हजरतगंज कोतवाली अंतर्गत विधानभवन के गेट नंबर चार के सामने शुक्रवार को दबंगों से परेशान दम्पत्ति ने तीन बच्चों के संग आत्मदाह की कोशिश की। पहले दम्पति बच्चों पर ज्वलनशील पदार्थ उड़ेल दिया, जैसे ही उन्होंने माचिस निकाली, वैसे ही सुरक्षाकर्मियों ने परिवार को रोक लिया। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने आलाधिकारियों को मामले की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पूरे परिवार को हिरासत में लिया और उन्होंने हजरतगंज कोतवाली ले जाकर पूछताछ की गई। तब दम्पति ने गांव के दबंगों पर परेशान करने का आरोप लगाया है। हालांकि, पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर परिवार को घर भेज दिया है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।  

दरअसल, निगोंहा कस्बे का रहने वाला राजकमल रावत शुक्रवार पत्नी नीतू कुमारी, बच्चे जिया, रुद्रांश और जियांशी को संग लेकर विधानभवन के बाहर पहुंचा। इस दौरान राजकुमार ने गेट नम्बर चार के सामने ही बच्चों पर ज्वलनशील पदार्थ उड़ेल दिया। जैसे वह माचिस निकालने लगा, तभी सुरक्षाकर्मियों ने उसे देखा पूरे परिवार को पकड़ लिया। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने उसके हाथ से ज्वलनशील पदार्थ की बोतल छुड़वाते हुए पूरे परिवार की जान बचाई। जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने हजरतगंज कोतवाली पुलिस को मामले की जानकारी दी। उसके बाद पुलिस ने पूरे परिवार को हिरासत में लिया और कोतवाली ले जाकर पूछताछ की। 

'हमको सभी को मर जाने दो साहब'
प्रभारी निरीक्षक विक्रम सिंह के मुताबिक, पूछताछ में दम्पति ने गांव के रहने वाले दबंग शहंशाह, इशरत अली और समीर अली पर प्रताड़न का आरोप लगाया है। राजकमल ने बताया कि सितंबर 2024 में निगोहां के कांटा निवासी शहंशाह से विवाद हो गया था। शहंशाह ने अपने बयान में कहा था कि राजकमल ने उसे गोली मारी थी। बयान के आधार पर पुलिस ने राजकमल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। चार दिन पहले राजकमल जेल से बाहर आया था। उसने आरोप लगाया कि शहंशाह और उसके करीबियों ने उसके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराया था जिसकी वजह से वह जेल में रहा।  जेल से रिहा होने के बाद दबंग फिर से उसके परिवार को परेशान कर रहे हैं। ऐसे में राजकमल पुलिसकर्मियों से लगातार कहता रहा कि साहब हम सभी को मर जाने दो, हम सब बहुत दुखी हो चुके हैं। 

प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि  फिलहाल, दम्पति की बात सुनकर निगोंहा पुलिस से बातचीत की गई है। इसके बाद दम्पति को कार्रवाई का आश्वासन देकर घर भेज दिया गया है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि राजकमल के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 226 (किसी लोक सेवक को उसके आधिकारिक कर्तव्य करने से रोकने या मजबूर करने के इरादे से आत्महत्या करने की कोशिश) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

चार माह पूर्व पांच लोगों ने उठाया था आत्मघाती कदम
विविद है कि अक्टूबर 2024 को पीलीभीत जनपद से आए एक परिवार के पांच लोगों ने विधान भवन के बाहर आत्मदाह करने का प्रयास किया था। जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने सभी को बचाया था। पिता ने कहा था कि उनके बेटे की हत्या कर फंदे से लटका दिया था। शिकायत करने पर भी पुलिस ने सुनवाई नहीं कर रही थी। हताश होकर परिवार के साथ पांच सदस्यों ने आत्मदाह करने का कदम उठाया था।

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