कासगंज: लंगड़ाते लोगों का दर्द समझ अधिवक्ता की मांग पर पहुंची जांच टीम

सीएचसी पर अबूझ पहेली बने दर्द की जांच ही नहीं

कासगंज: लंगड़ाते लोगों का दर्द समझ अधिवक्ता की मांग पर पहुंची जांच टीम

गंजडुंडवारा, अमृत विचार। कस्बे में एक नई बीमारी का संक्रमण काफी तेज गति से बढ़ रहा है। वह बीमारी है कि जाने का नाम नहीं लेती। दरअसल कस्बे में कुछ माह फैले बुखार के बाद भी काफी मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें चार माह बाद भी लोग पैर, जोड़ो, तलवों के दर्द से करहा रहे है। लेकिन आलम यह है कि दर्द जानें का नाम ही नहीं लेता।

कस्बे में बुखार के कहर के 4 माह बाद ज्यादातर लोग लंगड़ा रहे है। लेकिन उनके दर्द को कोई पूछने वाला नही था। कस्बे के वार्ड नम्बर 11 बरी थोक काछियान मे भी यही हाल था। तो वार्ड के निवासी समाजसेवी एडवोकेट अयाज ने लोगों को लगंडाते देख लोगों का अपना दर्द समझ लिया। सोमवार को आईजीआएस पोर्टल के माध्यम से शिकायत दर्ज कर स्वास्थ्य विभाग से बेरहम अबूझ पहेली बने दर्द का राज पता कराने को कैंप लगाए जाने की मांग की। स्वास्थ्य विभाग ने भी तत्परता दिखाई शिकायत का संज्ञान ले तत्काल 4 सदस्यी स्वास्थ्य विभाग की टीम भेज वार्ड मे दवा वितरित की गई। जिससे दर्द से पीड़ित 100 से अधिक लोगों ने दर्द बयां करे दवा आदि ली। जिससे वार्डवासी युवा समाजसेवी द्वारा लोगों के दर्द को समझने एवं उनकी आवाज को स्वास्थ्य विभाग तक पहुंचाने पर उसे दुआ दे रहे हैं। चिकित्साधीक्षक डॉ. आकाश कुमार ने बताया कि यूरिक एसिड सहित कुछ जांचे गंजडुंडवारा सीएचसी पर उपलब्ध नहीं है। यह जांचे जिला अस्पताल पर उपलब्ध हैं। 

सीएचसी पर अबूझ पहेली दर्द की जांच ही नही
शिकायत के निस्तारण को टीम पहुंची दवा वितरित भी की। लेकिन बिना संबंधित जांच के यह बेकार ही थी। क्यों कि सम्बंधित दर्द की जांच को  सैंपल ले आरए फेक्टर, यूरिक एसिड व कैल्शियम जांच की आवश्यकता थी। 

सीएमओ से की जांचे उपलब्ध कराने की मांग
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अब्दुल हफीज गांधी, सुमित विजयवर्गीय, ग्यास शेख, रामकुमार गुप्ता, रामकुमार सिंह, अखिल चौहान, पूर्व सभासद तारिक आदि समाजसेवियों ने संबंधित सभी जांचे सीएचसी पर उपलब्ध कराए जाने की मांग सीएमओ से की है।

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