कानपुर में CM योगी बोले- जो सुधरता नहीं है उसे प्रकृति सुधार देती है, PM Modi के नेतृत्व में देश सुधार की ओर है...

कानपुर में CM योगी बोले- जो सुधरता नहीं है उसे प्रकृति सुधार देती है, PM Modi के नेतृत्व में देश सुधार की ओर है...

कानपुर, अमृत विचार। CM योगी का आज कानपुर दौरा है। वह बिठूर में एक सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। योगी के आगमन को लेकर पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता कर ली है। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि निगेटिव बातों से दूर रहो तभी अच्छी राजनीति कर सकते हैं। बजट सेशन में एक दिन सिर्फ महिला विधायकों के लिए रखा जायेगा।

कॉमनवेल्थ पार्लियामेंटरी एसोसिएशन भारत क्षेत्र जोन 1 उत्तर प्रदेश उत्तराखंड विधानसभा मण्डल कि महिला सदस्यों के सम्मलेन में सतीश महाना ने कहा कि अभी यूपी में एके 47 महिला विधायक थीं, अब नसीम सोलंकी को मिलाकर 49 हो गयीं। 

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90 फीसदी महिला सदस्य कार्यक्रम में पहुंची। बिठूर कि धरती से पूरे देश में मेसेज जाए कि महिला सदस्यों ने किस तरह से अपनी बात रखी। पहला सेशन ख़त्म हो गया। सतीश महाना ने संबोधन शुरू किया, उन्होंने कहा कि सीपीए के कॉन्फ्रेंस में जहा भी कही हुई हर जगह विषय पर चर्चा हुई उसमे विधायिका में महिलाओं कि भागीदारी कैसे हो, समझ में कैसा संदेश है। विस्तार कैसे किया जा सकता है उस पर विश्वास कैसे किया जा सके उस पर कि यहां महिला कॉन्फ्रेंस हो रही है।

उत्तराखंड कि ऋतू खंडूरी यहां हैं, पहले कहा जाता था कि जिसको कुछ नहीं आता वह राजनीति करता है लेकिन आज ऐसा नहीं है। जिसको सब कुछ आता है वह ही यहां रहता है। पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर बेबी रानी मौर्य उत्तराखंड कि गवर्नर हैं। महाराज जी यहां प्रेजेंट 100 फीसदी है। सभी आएं हैं। यहां कि गूँज पूरे देश में जायेगी।

विधानसभा अध्यक्ष उत्तराखंड रितु खंडूरी ने कहा कि मैं भाग्यशाली हूँ कि आपके साथ मंच पर हूं, महिलाओ के लिए आप यहां आए शुक्रिया...। विधायिका में महिला सदस्यों कि भूमिका पर यह गोष्ठी हो रही है। मानव जीवन में महिलाओं का हमेशा से विशेष योगदान रहा है। महिलाओं कि लम्बी है, जिन्होंने अपने कार्य से देश और विश्व का नाम किया। लेकिन दूसरा पहलु है कि महिलाओं के साथ अपराध हो रहा है, हम रोज सुनते हैं शिक्षा में ड्रॉपद हो रहा है। आज भी पुरानी कहावत को इस्तेमाल करते हैं। ज़ब हमको रिजर्वेशन मिला तो हमें 25 फीसदी है लेकिन जिस हिसाब से यह बढ़ रहा है 50 फीसदी पहुँचने में हमें 2050 हो जायेगा।

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अभी भी यह पुस्लरुष प्रधान देश है, अभी भी महिलाओं से घर में पूछा जाता है कि तुम यह  कर सकती हो क्या, मेरे घर में भी पूछा जाता है। महिला को सबसे तंग करने का सबसे आसान कार्य है कि कैरेक्टर पर उंगली उठा दो। समाज की सोच बदलनी होंगी। स्त्री किसी से काम नहीं है चुनने कि आजादी हमारे पास होनी चाहिए, बेटियों को शिक्षा दीजिये लड़को को संस्कार देना सीखे तो निर्भया जैसे जघन्य अपराध के लिए कानून कि जरुरत नहीं होंगी...कह संबोधन खत्म कर दिया।

CM योगी का संबोधन शुरू

सीएम योगी ने कहा कि महिला सदस्यों का कानपुर में मैं ह्रदय से स्वागत करता हूं। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को मैं बधाई देता हूं। यूपी विधानसभा पिछले ढाई-तीन वर्ष के अंदर अपने नये प्रयोगों के लिए जानी जावरही है हमारी ई विधानसभा पेपर लेस है। हम देश में नंबर वन है। ई प्रणाली लागू है। विधानसभा में दलीत मानसिकता से जुड़े रहते हैं।

जब हम सबके साथ बैठते है तो हम समाज के बारे में सोचते हैं। आप सब यहां एकत्र हुए हैं दुनिया अंदर जो लोग अपने आपको प्रगतिशील कहते हैं उन देशो में महिला सदस्यों की सदस्यता काम है, यूपी में 15 और उत्तराखंड में 10 फीसदी है। जो सुधारता नहीं है उसे प्रकृति सुधार देती है देश में पीएम मोदी के नेतृत्व में देश सुधार की ओर है। लोकतंत्र में हमने कभी अपनी बात को दूसरों पर नहीं थोपा।

सबको उसकी स्वतंत्रता दी उपासना विधि से लेकर जीवन के हर क्षेत्र में फ्री किया। ऐतिहासिक लोकतंत्र है, प्राचीन लोकतंत्र है। भारत ने 1952 में अपना पहला चुनावी किया उस समय पुरुष और महिला दोनों को चुनावी करने का अधिकार दिया। इंग्लैंड में बाद में दिया गया, दुनिया के कई देशो में भारत के बाद में महिलाओं को वोट देने का अधिकार मिला। भारत बहुत आगे बढ़ रहा है। महिला और पुरुष एक साथ मिलकर आगे बढ़ा सकती है। इसकी शुरुआत परिवार से होती है। 2017 में सरकर बनी है। यूपी के हर जिले में जाने का मौका मिला। पहले बेसिक शिक्षा के स्कूल में बेटियां नंगे पैर जाती थीं, लेकिन बालको के पैर में जुटे और चप्पल रहते थे।

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दिसंबर के माह में एक बिटिया से मैंने पूछा कि स्वेटर नहीं है, उसने कहा नहीं है, कुर्ता भी पुराना था। नंगे पैर थी।पूछा तो कहा कि मैं स्कूल जा रही हूं, उससे पूछा कि ठंड नहीं लग रही है तो कुछ बोलीं नहीं। कहा दो बहन है दो भाई है मैं दूसरे नंबर पर हूं, एक बड़ा भाई है और एक बहन एन भाई छोटा है।

मैं सरकारी स्कुल में पढ़ती हूं, भाई को पब्लिक स्कूल में भेजा है मुझे सरकारी स्कूल भेजा है। सीएम ने कहा कि यह भेदभाव मां-बाप ने किया हो। उसी दिन मैंने लखनऊ में जाकर कहा ड्रेस और जुते दिए जाए। 1.91 करोड़ लोगों को हमने ड्रेस दी। अब बच्चियां कम से कम नंगे पैर तो नहीं जा रहीं। 

ऑपरेशन कायाकल्प के जरिये बेसिक स्कूल का इंफ़्रा अच्छा कराया है। यह समझ कि सहभागिता से हुआ जनसहभागिता से हुआ। केवल सरकार के भरोसे कोई स्कीम सफल नहीं होती। समझ कि आहभागिता जरुरी है। हर घर में शौचालय बनवाया। महिलाओं को पहली बार जमीन में अधिकार दिया। गांव में ग्रामीणों के पास जमीन का प्रमाण नहीं होता था, अब घरौंनी के माध्यम से प्रमाण पत्र दिया जाता है। महिला के नाम पर जमीन का अधिकार होता ही है। रसोई गैस का कनेक्शन दिया। आयुष्मान कार्ड दिया, नारी शक्ति अधिनियम बिल पारित हुआ।

एक तिहाई विधानसभा सभा में नेतृत्व 2029 तक होने जा रहा है। महिला ग्राम प्रधान, ब्लॉक में भी प्रतिनिधि बढ़ा। विधायिका में तब बढ़ेगा जब वह स्वयं निर्णय लेकर आगे आएंगी। स्पेस साइंस में आगे बढ़ रही है। पहले उत्तर प्रदेश उत्तराखंड एक था। पहले देश कि संविधान सभाई में 15 महिला सदस्य थीं। जिसमे 4 यूपी की थीं। कार्यकाल तब महत्त्व होगा, जब आप मिले समय में क्या किया अपने प्रतिनिधित्व दे रहे गईं। उत्तराखंड में जन्मभूमि रही, उत्तर प्रदेश में काम किया...कहकर CM योगी आदित्यनाथ ने संबोधन खत्म किया। सीएम योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम स्थल से निकल गए।

पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर बेबी रानी मौर्य ने कहा कि प्राचीन कल से केवल भारत कि महिलाये नेतृत्व कर रही हैं हम किस तरह मुद्दे को उठातेगे उनको कितना पूर्ण करा सकेंगे आप आएं है मैं दिल से आभार करती हूँ। डिसीजन मेकिंग और पालिसी मेकिंग में हमारा कितना योगदान रहेगा यह जरुरी है। यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री और उत्तराखंड कि पूर्व गवर्नर का संबोधन खत्म हो गया। वहीं, दूसरा सत्र भी खत्म हो गया।

महिला को सशक्त करने का जो कार्य किया है सदन में बोलने का मौका दिया गया है। उस दिन से लगा कि अहम सशक्त हो रही हैं, महिलाओं को प्रधान महिलाये बढ़ रही हैं। चुनावी में मंडल अध्यक्ष में बराबरी मिली। उसके लिए धन्यवाद, अभी तक सरकारों ने ध्यान नहीं दिया गयाख् हम लोग घूँघट में रहते थे, अब कामन हुआ रहा है। अपना 100 फीसदी दिया है।- रमा आरती निरंजन, झांसी

झांसी

इस तरह का प्रयोग पहली बार हो रहा है, सतीश महाना ने महिलाओं को एक दिन का समय विधानसभा में दिया गया, नये नये कार्यों को दिया। यह हमारे लिए सौभाग्य कि बात है, श्रेय है, मौका दिया पूटे सभी दो दिन सम्मलेन नई दिशा देगा में महिलाओं का यह योगदान है। आधी आबादी महिला क्षेत्र में राजनीति में रहना बहुत जरूरी हैं।

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स्मृति इरानी मंच पर हैं। उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि अबला क्या होता है, नारी अबला नहीं है। ये एक कन्यादान शब्द अचग्घा नहीं लगता। मुझे नहीं लगता। शब्दों को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जाता है। विरासत मुझे मिली लेकिन उसके बाद संघर्ष किया है। हर महिला को अपनी जगह संघर्ष करना पड़ता है। प्लेटर में मिला हो लेकिन हमें काम करना पड़ता है। मुझे अच्छा लगा कि मैं यहां पहुंची। कानपुर से निकली लौ बड़ी आगे बनेगी। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना अदिति सिंह और अपर्णा यादव के साथ डिबेट में मैं डर गया, अदिति से कोई भी डर सकता है। 

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मुख्यमंत्री का कार्यक्रम

- सुबह 11 बजे रोजिएट पैलेस हॉल, ईटरनिटी होटल बिठूर में मुख्यमंत्री का आगमन 

-11.15 बजे यूपी विधानसभा अध्यक्ष का उद्बोधन।

- 11.25 बजे उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष का उद्बोधन।

- 11.35 बजे मुख्यमंत्री द्वारा सम्मेलन का उद्घाटन व उद्बोधन

- दोपहर 12.30 बजे गोष्ठी का प्रथम सत्र 

- 3 बजे गोष्ठी का द्वितीय सत्रशा

- शाम 4 बजे पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का आगमनशा

- शाम 5.30 बजे दर्शनीय स्थलों का भ्रमण

कार्यक्रम की फोटोज देखिये...

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विस में 12 फीसदी प्रतिनिधित्व

उत्तर प्रदेश विधानसभा में इस समय 48 महिला विधायक हैं। 22 सितंबर 2022 को महिला विधायकों के विशेष सत्र की कार्रवाई को देखें तो तब की 47 महिला विधायकों में 38 ने महिला अधिकार, महिला अधिकार, रोजगार, शिक्षा, सुरक्षा, स्वावलंबन जैसे विषयों पर अपनी राय रखी थी। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना कहते हैं कि विशेष सत्र के जरिए न केवल महिला विधायकों की वाकपटुता और पोलिटिकल स्किल सामने आया बल्कि अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र की  समस्याओं के निस्तारण में उनकी संवेदनशीलता भी प्रकट हुई। महाना के अनुसार सदन संचालन, भागीदारी और नवीकरण के जो मानक उत्तर प्रदेश विधानसभा ने स्थापित किए हैं, उसे देश में अनुकरणीय कहा जा रहा हैं।

प्रदेश में विधानसभा चुनाव पर नजर डालें तो हर बार महिला विधायकों की संख्या में इजाफा होता रहा है। राज्य से इंदिरा गांधी पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं तो सरोजिनी नायडू ने कानपुर में 1925 में हुए कांग्रेस अधिवेशन में पार्टी अध्यक्ष का पदभार महात्मा गांधी से ग्रहण किया था। आजादी के बाद सुचेता कृपलानी राज्य की पहली मुख्यमंत्री बनीं तो मायावती पहली दलित महिला मुख्यमंत्री हुईं। पहली विधानसभा में जहां 11 महिला सदस्य चुनकर आयीं थी तो दूसरी में 26, तीसरी में 19, चौथी में सात, पांचवीं में 19, छठी में 21, सातवीं में 13, आठवीं में 23, नौवीं में 31, दसवीं में 19, ग्यारहवीं में 10, 12वीं में 16, 13वीं में 20, चौदहवीं में 32, 15 वीं में 30, 16वीं में 40, 17वीं में 44 और 18वीं में 48 महिला विधायक विधानसभा पहुंची हैं।

भाजपा विधायक नीलिमा कटियार ने बताया कि  बिठूर सम्मेलन लोकतंत्र की मजबूती व महिला सशक्तीकरण के लिए महत्वपूर्ण है। ऐसे कार्यक्रम से न केवल प्रॉक्सी पॉलिटिक्स हतोत्साहित की जा सकेगी बल्कि नारी शक्ति वंदन कानून के प्रभावी क्रियान्वयन की मजबूत नींव तैयार होगी,  जिससे संसदीय लोकतंत्र और सशक्त होगा। सपा विधायक नसीम सोलंकी ने बताया कि महिला सुरक्षा राज्य में बड़ा मुद्दा है। इस पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कई बार चिंता व्यक्त की है। इसके अलावा महिला विधायकों के निर्वाचन क्षेत्र मुद्दों के साथ ही बेरोजगारी, महंगाई से जनता त्रस्त है। विधानसभा के प्रत्येक सत्र में महिला विधायकों के लिए विशेष सत्र एक अच्छी पहल है।

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