लखीमपुर खीरी: किशनपुर में रास्ते पर सैलानियों को टहलते मिले वनराज

लगातार बाघ देखे जाने से दुधवा के प्रति रोमांचित हो रहे पर्यटक

लखीमपुर खीरी: किशनपुर में रास्ते पर सैलानियों को टहलते मिले वनराज

पलियाकलां, अमृत विचार। दुधवा टाइगर रिजर्व की किशनपुर सेंचुरी में इस पर्यटन सत्र सैलानियों द्वारा अक्सर बाघ देखे जाने से पर्यटकों के साथ ही डीटीआर प्रशासन भी बेहद प्रसन्न है। मंगलवार को सैलानियों को किशनपुर में रास्ते पर एक बाघ आराम से टहलते हुए जाते देखा गया। पर्यटकों ने उसकी फोटो मोबाइल में कैद की और वीडियो भी बनाया।

बाघों सहित अन्य दुर्लभ वन्य जंतुओं के लिए समूचे विश्व में प्रसिद्ध दुधवा टाइगर रिजर्व अब उन गिने-चुने राष्ट्रीय पार्कों में गिना जाने लगा है, जिसको देखने के लिए देशी-विदेशी सभी पर्यटक लालायित रहते हैं। मंगलवार को किशनपुर सेंचुरी के झादी ताल जाने वाले मार्ग से गुजर रहे कुछ सैलानियों को सामने से जब बाघ आता दिखाई दिया, तो वे खुशी से झूम उठे। इधर कानपुर, बरेली, लखनऊ व सीतापुर से आने वाले कई सैलानियों ने बताया कि वे इससे पहले भी कई बार दुधवा आए थे, लेकिन उन्हें बाघ दिखाई नहीं दिया था अब यहां बहुत आसानी से बाघों की साइटिंग हो रही है। एक नहीं कई- कई बाघों को भी एक साथ देखा जा रहा है। इससे लगता है कि इधर यहां बाघों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। जितनी आसानी से दुधवा और किशनपुर सेंचुरी में बाघ दिख रहे हैं। उससे अधिक परिश्रम तो किसी जू में जाकर बाघ देखने के लिए करना पड़ता है। उधर पर्यटकों को लगातार जंगल में बाघ दिखाई देने से पार्क अधिकारी भी काफी खुश हैं। दुधवा टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक डॉ रंगा राजू टी ने कहा है कि बाघ सहित अन्य वन्य जीव-जंतु लगातार दिखाई देने से यहां पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी और राजस्व में भी वृद्धि होगी।

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