लखीमपुर खीरी : थाने में आरोपी की बिगड़ी हालत, डाक्टरों ने किया मृत घोषित

पुलिस की पिटाई से मौत का आरोप

लखीमपुर खीरी : थाने में आरोपी की बिगड़ी हालत, डाक्टरों ने किया मृत घोषित

निघासन, अमृत विचार। घर से लकड़ी लेने जंगल जाने की बात कहकर निकले युवक को उसके साथियों के साथ पुलिस पकड़कर थाना मझगईं ले गई, जहां युवक की हालत बिगड़ने पर उसे रात करीब सवा आठ बजे सीएचसी निघासन लाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों का आरोप है कि थाने में उसकी पिटाई से मौत हो गई है। वहीं उसके भाई ने पुलिसवालों पर पीटकर मार डालने का आरोप लगाया है।

मझगईं थाने के हुलासीपुरवा गांव के दिनेश ने बताया कि उसका 40 वर्षीय भाई रामचंद्र सोमवार शाम को अपने साथियों मोहन, सुरेश और मुनेश के साथ पास के लालबोझी जंगल में जलौनी लकड़ी बीनने गया था। तभी वहां पहुंचे मझगईं थाने के सिपाहियों के साथ एक एसआई और निघासन कोतवाली के कुछ पुलिसकर्मी पहुंचे। वे रामचंद्र और उसके एक साथी को पकड़कर मझगईं थाने ले गए। वहां उसको बुरी तरह मारापीटा। इससे उसकी हालत बिगड़ गई तो उसे अपनी गाड़ी पर लादकर निघासन सीएचसी लाए। आरोप है कि पुलिस वाले अस्पताल में उसे गाड़ी से उतारकर चले गए। जांच में रामचंद्र को मृत पाया गया। सूचना पाकर मृतक के परिवार और गांववाले सीएचसी पहुंच गए और वहां हंगामा करना शुरू कर दिया। रात करीब नौ बजे पढ़ुआ थाने की ढखेरवा चौकी इंचार्ज संदीप यादव सीएचसी पहुंचे। हालांकि वह वहां मौजूद ही रहे। इसके बाद फिर वहां पहुंचे मझगईं थाने और निघासन कोतवाली के पुलिसकर्मियों ने शव को जबरन पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आरोप है कि उन्होंने वहां मौजूद महिलाओं से भी अभद्रता की। मृतक के भाई दिनेश ने पुलिसवालों पर अपने भाई की पीटकर हत्या करने का आरोप लगाया है। 

जंगल में अवैध शराब बनाने की थी शिकायत 
पुलिस के मुताबिक रामचंद्र जंगल में लकड़ी बीनने नहीं गया था। वह वहां अवैध शराब बना रहा था। इसकी सूचना पर मझगईं और निघासन कोतवाली के पुलिसकर्मी पहुंचे थे। बताया जाता है कि रामचंद्र और उसके गांव के एक अन्य पक्ष अवैध शराब बनाने का काम करते थे। दूसरे पक्ष पर अवैध शराब बनाने के लिए कुछ दिन पहले गैंगस्टर एक्ट लगाया गया था। सात-आठ दिन पहले रामचंद्र पर भी पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट लगाया था।  

शिकायत पर पुलिस आरोपी युवक को थाने लेकर आ रही थी। अचानक उसकी तबियत खराब हो गई थी, इसलिए उसे लेकर अस्पताल आई है। -दयाशंकर द्विवेदी, प्रभारी निरीक्षक