Kanpur: 9 गावों के आदर्श बनने की राह में लापरवाही के रोड, अब तक पहले चरण के काम ही नहीं हुए पूरे
कानपुर, अमृत विचार। प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत जिले के 9 गांवों को आदर्श गांव बनाने की कवायद कार्यदायी संस्था यूपी सिडको (स्टेट कंस्ट्रक्शन एंड इ्रफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन) की लापरवाही के कारण अटकी है। 11 माह बीतने के बाद भी पहले चरण चयनित 9 गांवों का काम अभी तक पूरा नहीं हो सका है। योजना में एक ग्राम पंचायत के लिए 20 लाख रुपये के हिसाब से कुल चार करोड़ की धनराशि जारी होगी, लेकिन गांव आदर्श कब बनेंगे, यह पता नहीं।
प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत 50 फीसदी से अधिक अनुसूचित जाति वाले गांवों को आदर्श गांव बनाने की योजना है। गांवों के लिए निर्धारित धनराशि से पेयजल, स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, सड़कें, विद्युत और कौशल विकास सहित अनेकों काम होने हैं। वर्ष 2019-20 में 79 पंचायतों और वर्ष 2022-23 में 60 ग्राम पंचायतों का चयन योजना के तहत किया गया था।
पहली बार 20 ग्राम पंचायतों के लिए जिला समाज कल्याण विभाग की तरफ से यूपी सिडको को जनवरी माह में 198.80 करोड़ की राशि जारी की गई थी। इनमें से 9 ग्राम पंचायतों में कार्य चल रहा है। जिसका काम पूरा होते ही शेष धनराशि का भी भुगतान कर दिया जाएगा।
इन ग्राम पंचायतों बनाना है आदर्श
पतरसा, फुफवार राजथोक, बीबीपुर, कुरेह, मदाराराय गुमान, नदीहा खुर्द, बारा दौलतपुर, इस्माइलपुर कदीम, मखौली, टिकवापुर, बम्हौरी, कटरा, बरौली, छान्जा, कंठीपुर, सतरहुली, दिनकरपुर, महिपालपुर, पतेहुरी, शेपुरबैरा।
गांवों का चयन कर क्या-क्या काम होने हैं, इसकी डीपीआर बनाकर विभाग देता है। पहली किस्त से नौ गांवों में काम कराए जा रहे हैं। जल्द काम पूरा हो जाएगा। - मनोज कुमार, अधिशाषी अभियंता, यूपी सिडको