बरेली: जिले के चारों बलैक स्पॉट पर खुद ही करनी होगी अपनी जान की हिफाजत...
नवदिया झादा, बिलवा मोड़ और फतेहगंज पश्चिमी में अवैध कट जानलेवा
बरेली, अमृत विचार। जिले में चार खतरनाक ब्लैक स्पॉट हैं, मगर वहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। स्ट्रीट लाइट तो कहीं रिफ्लेक्टर का उचित प्रबंध नहीं है। कई जगह अवैध कट हैं। इस वजह से इन स्थानों पर हादसे का डर बना रहता है। हालांकि, दो दिन पहले हुई रोड सेफ्टी की बैठक में मंडलायुक्त की ओर से पीडब्ल्यूडी, एनएचएआई और परिवहन विभाग के अधिकारियों को डिजाइन में बदलाव के लिए प्रस्ताव देने के लिए इन ब्लैक स्पॉट का तीन दिन में संयुक्त सर्वे करने के निर्देश दिए जा चुके हैं।
बिलवा मोड़
नैनीताल रोड स्थित बिलवा पुल से चढ़ते समय सावधानी बरतें। पुल के नीचे चौराहे पर सुरक्षात्मक दृष्टि से कोई खास उपाय नहीं हैं। बरेली से जाते समय बिलवा पुल से दिल्ली हाईवे जाने के लिए जो रास्ता मुड़ा है। रात के समय नैनीताल की तरफ से आने वाले वाहन भी उल्टी दिशा से इसी रास्ते से उतरते हैं। ऐसे में कई बार अंधेरे में वाहन नहीं दिखते और हादसे होने का डर रहता है। वहीं, नैनीताल की तरफ से आने वाले वाहनों को जब पुल से बड़ा बाईपास की तरफ जाना होता है तो वह पुल के नीचे उल्टी दिशा वाले मोड़ से चढ़ जाते हैं। इससे हादसे का डर रहता है।
नवदिया झादा
दिल्ली-लखनऊ हाईवे को जोड़ने वाले बड़ा बाईपास पर नवदिया झादा में सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं होती हैं। यहां फ्लाईओवर स्वीकृत हो चुका है, लेकिन हादसे रोकने के लिए कोई ठोस इंतजाम नहीं किए गए हैं। रविवार को नवदिया झादा तिराहा पर बरेली से बीसलपुर जाने, फरीदपुर से दिल्ली निकलने वाले या फिर दिल्ली से बड़ा बाईपास होते हुए फरीदपुर निकलने वाले वाहन तेज गति से निकल रहे थे। यहां कोई स्पीड ब्रेकर भी नहीं है।
एएनए कट
फतेहगंज पश्चिमी टोल प्लाज से पहले एएनए कट पर कई लोग जान गंवा चुके हैं। पूर्व में भी यहां सुरक्षात्मक उपाय करने को कहा जा चुका है। स्थानीय लोगों के अनुसार यहां हादसे की रोकथाम को लेकर कभी पहल ही नहीं की गई। दिल्ली की तरफ से या फिर बरेली की तरफ से फतेहगंज जाने वाले वाहन अक्सर कट पर धोखा खा जाते हैं। दूर से कई बार कट नहीं दिखता। ऐसे में इस मोड़ पर हर समय हादसे का खतरा रहता है। रात में सबसे अधिक समस्या होती हैं, क्योंकि रोड पर स्ट्रीट लाइट नहीं लगी है।
राधा कृष्ण मंदिर के पास कट
फतेहगंज पश्चिमी में राधाकृष्ण मंदिर के पास कट खतरनाक है। यहां दिनभर तेज रफ्तार वाहनों के निकलने का सिलसिला जारी रहता, मगर लंब समय से यहां कोई सुरक्षात्मक प्रबंध नहीं किए गए हैं। एनएचएआई भी इसको लेकर गंभीर नहीं है। यहां आसपास कई खतरनाक कट और भी हैं। जहां रात के समय सबसे अधिक हादसे का डर बना रहता है।