पीलीभीत: मुठभेड़ की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश, तीन खालिस्तानी आतंकी हुए थे ढेर
पीलीभीत, अमृत विचार: पंजाब की पुलिस चौकी में हैंड ग्रेनेड से हमला करने के बाद छिपने के लिए जनपद के पूरनपुर इलाके में पहुंचे तीन खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के आतंकियों के मुठभेड़ में ढेर होने के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां आतंकियों के नेटवर्क तक पहुंचने को छानबीन में जुटी हुई है। वहीं, प्रशासनिक स्तर से अब इस मुठभेड़ की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश कर दिए गए हैं। इसकी जिम्मेदारी सिटी मजिस्ट्रेट को दी गई है। जांच जल्द ही शुरू की जाएगी। इसके लिए सिटी मजिस्ट्रेट की ओर से नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
बता दें कि 18 दिसंबर को पंजाब के गुरदासपुर जनपद की कलानौर थाना क्षेत्र की पुलिस चौकी बख्शीवाल पर हैंड ग्रेनेड से हमला किया गया था। इस घटना के बाद पंजाब पुलिस हैंड ग्रेनेड से हमला करने वालों को ट्रेस करते हुए पीलीभीत के पूरनपुर इलाके में पहुंची थी। यहां पीलीभीत पुलिस को जानकारी दी गई। जिसके बाद पीलीभीत और पंजाब पुलिस की टीम संयुक्त रुप से हैंड ग्रेनेड से पंजाब की पुलिस चौकी पर हमला करने वाले आतंकियों का पता लगाने में जुट गई थी।
इसी बीच 23 दिसंबर की सुबह पूरनपुर कोतवाली क्षेत्र में चोरी की बाइक पर सवार होकर जा रहे तीनों आतंकियों के बारे में सूचना मिली। पुलिस ने घेराबंदी करने का प्रयास किया तो आतंकियों ने फायरिंग कर दी थी। एसपी पीलीभीत अविनाश पांडेय ने कमान संभाली। जिसके बाद एनकाउंटर में तीन आतंकी ढेर हो गए थे। जिनकी पहचान गुरदासपुर (पंजाब) के थाना व मोहल्ला कलानौर निवासी गुरविदंर सिंह (25) पुत्र गुरुदेव सिंह, गुरदासपुर (पंजाब) के थाना कलानौर क्षेत्र के ग्राम अगवान निवासी वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि (23) पुत्र रंजीत सिंह उर्फ जीता और गुरदासपुर (पंजाब) के थाना कलानौर क्षेत्र के ग्राम निक्का सूर निवासी जसनप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह (18) के रुप में हुई थी।
पुलिस के अनुसार ये तीनों हैंडग्रेनेड हमले में शामिल रहे थे और खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के आतंकी थे। पीलीभीत और पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम से हुई मुठभेड़ में मारे गए तीनों आतंकियों को लेकर शासन स्तर पर पूर्व में ही रिपोर्ट भेज दी गई थी। जिसके बाद से टीमें आतंकियों के नेटवर्क तक पहुंचने को जांच पड़ताल कर रही हैं। इधर, अब प्रशासनिक स्तर से भी पुलिस मुठभेड़ की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने कर दिए हैं। मजिस्ट्रियल जांच की जिम्मेदारी सिटी मजिस्ट्रेट विजय वर्धन तोमर को दी गई है। मजिस्ट्रियल जांच मिलने के बाद अब सिटी मजिस्ट्रेट ने नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
28 दिसंबर से 03 जनवरी तक दे सकते हैं साक्ष्य
डीएम की ओर से मजिस्ट्रियल जांच के लिए नामित जांच अधिकारी विजय वर्धन तोमर ने बताया कि जो भी व्यक्ति घटना के बारे में जानकारी रखते हो, वह 28 दिसंबर से 03 जनवरी तक प्रात: 10 बजे से सांय 05 बजे तक सिटी मजिस्ट्रेट न्यायालय/कार्यालय में उपस्थित होकर अपना बयान/साक्ष्य प्रस्तुत कर सकते हैं।
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