Kanpur में जिला न्यायाधीश ने कारागार का किया निरीक्षण: व्यवस्थाएं परखीं, बंदियों से की बात, जेल अधिकारियों से कहा ये...
कानपुर, अमृत विचार। जिला न्यायाधीश प्रदीप कुमार सिंह ने मंगलवार को जिला कारागार का निरीक्षण करते हुए कहा कि जो बंदी निजी अधिवक्ता नहीं कर सकते है, उन्हें निशुल्क अधिवक्ता के लिए जेल अधिकारियों को कायर्वाही आगे बढ़ानी चाहिए। जिला कारागार में पुलिस उपायुक्त (पूर्वी) श्रवण कुमार सिंह, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सूरज मिश्रा, एडीएम सिटी डॉ. राजेश कुमार ने भी कारागार की व्यवस्थाएं परखीं। बैरकों का निरीक्षण किया। बन्दियों से बात की।
कारागार चिकित्सालय, पाकशाला, वीडियो कान्फ्रेसिंग रूम, लीगल एड क्लीनिक, बन्दियों के कल्याण एवं पुनर्वास के लिये चलाये जा रहे रोजगारपरक प्रशिक्षण कार्यक्रमों को देखा। बन्दियों से उनके मुकदमे की वर्तमान स्थिति, अपील किये जाने, निःशुल्क विधिक सहायता दिये जाने, लोक अदालत के सम्बन्ध में पूछताछ की।
जिला न्यायाधीश ने जेल अधिकारियों से कहा कि जो बन्दी जुर्म स्वीकारोक्ति के आधार पर अपने मुकदमों का निस्तारण कराना चाहते हैं, उनके प्रार्थना-पत्र सम्बन्धित न्यायालय को प्रेषित किए जाएं। चिकित्सा सुविधा, समुचित इलाज को निर्देशित किया। पाकशाला, भोजन गुणवत्ता जांची। निरीक्षण में जेल अधीक्षक डॉ. बीडी पांडेय, कारागार चिकित्साधिकारी डॉ. समीर नारायण सिंह, जेलर अनिल कुमार पांडेय, मनीष कुमार, डिप्टी जेलर अरुण कुमार सिंह, रंजीत यादव, कमल चंद्र, मौसमी राय, प्रेम नारायण मौजूद रहे।
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