कन्नौज जेल में बंद पूर्व सपा नेता नवाब सिंह यादव की बढ़ी मुश्किलें: गैंगस्टर मामले में प्रशासन ने होटल किया सीज
कन्नाैज, अमृत विचार। किशोरी से रेप के मामले में जिला जेल में बंद नवाब सिंह की अवैध संपत्तियों पर प्रशासन की नजर टेढ़ी हो गई है। गैंगस्टर के तहत जब्तीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके तहत जिलाधिकारी के आदेश से फोर्स के साथ पहुंचे सीओ सिटी ने चंदन होटल को सीज करने की कार्रवाई की तो वहीं बचपन स्कूल के लिए बेसिक शिक्षाधिकारी को रिसीवर नियुक्त कर दिया गया। कार्रवाई से पहले प्रशासन ने बकायाद डुग्गी पिटवाई।
बताते चलें कि सदर कोतवाली क्षेत्र के अडंगापुर निवासी नवाब सिंह को 12 अगस्त की रात उनके ही कॉलेज से किशोरी से रेप के मामले में गिरफ्तार किया गया था। वर्तमान में वह, भाई व किशोरी की बुआ जेल में हैं। नवाब की स्वर्गवासी मां के नाम कोतवाली के सखौली गांव के पास तिर्वा-कन्नौज सडक पर चंदन होटल बना है। किशोरी से दुष्कर्म में फंसने के बाद प्रशासन की तरफ से उक्त तीनों पर पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की थी। इसके बाद से संपत्तियों की जांच चल रही थी।
जांच के बाद रिपोर्ट डीएम को दी गई। इसके बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश गिरोहबंद एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम -1986 धारा 14 (1) के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए नवाब सिंह यादव व वीरपाल उर्फ नीलू यादव पुत्रगण स्व. चेतराम की अवैध तरीके से अर्जित धन से बनाई गई अचल संपत्तियों चंदन होटल व बचपन स्कूल को कुर्क करने का आदेश दिया। आदेश के क्रम में शनिवार को भारी फोर्स के साथ चंदन होटल पहुंचे सीओ सिटी कमलेश कुमार, कोतवाल गुरसहायगंज आलोक दुबे, तहसीलदार तिर्वा अवनीश कुमार ने पहले डुग्गी पिटवाई। इसके बाद होटल में बने सभी कमरों का पुलिस फोर्स के साथ बारीकी से निरीक्षण करते हुए एक एक कमरे की विडियोग्राफी कराकर मेन गेट व पीछे के गेट को सीज कर दिया।
प्रशासन ने होटल में मौजूद सभी सामान को वहां पर तैनात कर्मचारियों को दिखाकर ज्यो का त्यों सीज कर दिया। सीओ ने ने बताया कि गैंगस्टर के आरोप में कोर्ट ने होटल सीज करने का निर्देश जारी किया था। उस निर्देश पर होटल को सीज कर दिया गया। कोर्ट के आदेश के बाद ही दोबारा होटल खोला जाएगा। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि जिलाधिकारी के आदेशानुसार बच्चों के पठन पाठन व भविष्य पर प्रभाव न पड़े इसलिए स्कूल को सीज करने की कार्रवाई नहीं की गई। इसके स्थान पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को रिसीवर नियुक्त किया गया है।