गोंडा: जालसाज ने लालच देकर अकाउंट से ट्रांसफर करा लिया 1 लाख रुपए, पुलिस ने कराया वापस

गोंडा: जालसाज ने लालच देकर अकाउंट से  ट्रांसफर करा लिया 1 लाख रुपए, पुलिस ने कराया वापस

गोंडा, अमृत विचार। साइबर ठगी करने वाले एक जालसाज ने एक युवक को लालच दिखाकर उसके बैंक अकाउंट से एक लाख रुपये ट्रांसफर करा लिया। पीडित को जब चक ठगी का एहसास हुआ तब तक रुपये उसके खाते से जा चुके थे। उसने तत्काल इसकी जानकारी पुलिस के साइबर सेल को दी।

साइबर सेल ने तत्परता दिखाते हुए संबंधित बैंक/इंटीमेडरी से संपर्क स्थापित करते हुए धनराशि को होल्ड कराते हुए पीड़ित के खाते में वापस करा दिया। अपने रुपये वापस पाकर पीडित युवक के चेहरे की मुस्कान लौट आई और उसने शुक्रवार को एसपी विनीत जायसवाल को बुके भेंट कर उन्हे धन्यवाद दिया।

कौड़िया थाना क्षेत्र के इमलिया छीटू तेलियाकोट गांव के रहने वाले राजेश कुमार तिवारी ने बताया कि उनके मोबाइल फोन पर एक कॉल आई जिसमें फोन करने वाले ने उन्हे लालच दिखाते हुए एक लाख रुपये अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करा लिया। राजेश ने भी फ्राड काॅल पर विश्वास कर लालच में आकर रूपए ट्रांसफर कर दिया। जब तक राजेश को ठगी का एहसास हुआ खाते से रूपये जा चुके थे।

उन्होने इसकी शिकायत जनसुनवाई के दौरान पुलिस अधीक्षक से की थी। साथ ही टोल फ्री नंबर 1930 पर भी शिकायत दर्ज करायी। शिकायत मिलने पर पुलिस की साइबर सेल की टीम ने सम्बंधित बैंक/इंटीमेडरी से संपर्क स्थापित करते हुए पीड़ित के एक लाख रुपये की धनराशि उसके खाते में वापस करा दिया। अपने रुपये वापस पाने के बाद राजेश ने शुक्रवार को  पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल को बुके भेंट कर धन्यवाद दिया।

एसपी ने कहा कि युवक के खाते से एक लाख रुपये जालसाज को बैंक खाते में ट्रांसफर होने की जानकारी मिलते ही साइबर सेल टीम को एक्टिव किया गया और पीडित के रुपये उसके खाते में वापस कराया गया। उन्होने कहा कि साइबर धोखाधड़ी होने पर तत्काल इसकी सूचना 1930 पर दें, क्योंकि सूचना देने में देरी होने पर जालसाज पैसा निकाल लेते हैं। पैसा निकल जाने पर वापस  होने की सम्भावना बहुत कम होती है। लोगो को साइबर ठगों से सावधान रहने की जरुरत है।

एसपी ने बताया कि किसी भी अनजान फोन कॉल पर अपनी बैंक डिटेल, ओटीपी, बायोमैट्रिक डेटा, पैन कार्ड व आधार कार्ड की डिटेल किसी के साथ साझा न करें। फ्रॉड ट्रांजेक्सन होने पर तत्काल अपने बैंक एवं थाना पर गठित साइबर सेल को सूचना दें एवं साइबर हेल्पलाइन 1930 पर तत्काल शिकायत दर्ज कराएं।

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