Prabhat Pandey की मौत का मामला : फॉरेंसिक जांच को भेजा कांग्रेस कार्यालय का डीवीआर
लखनऊ, अमृत विचार: कांग्रेस के प्रदर्शन में शामिल होने आए गोरखपुर के प्रभात पांडेय की मौत के कारणों की तलाश पुलिस ने तेज कर दी है। शुक्रवार को एसीपी हजरतगंज के नेतृत्व में पहुंची पुलिस ने कार्यालय का कोना-कोना तलाशा। कमरा नंबर-30 का दोबारा निरीक्षण किया और कार्यालय के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले। डीवीआर को जब्त कर फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। जिस गद्दे पर प्रभात बेसुध पड़ा था, वह परिसर में बाहर पड़ा मिला। चालक समेत करीब एक दर्जन लोगों के बयान भी दर्ज किए गए हैं।
एसीपी हजरतगंज विकास जायसवाल ने कार्यालय के सहायक स्थायी मंत्री व युवक कांग्रेस कार्यालय के प्रभारी द्वारिका शुक्ला से पूछताछ की। प्रभात के चाचा वादी मनीष पांडेय भी मौजूद थे। उन्होंने भी द्वारिका से कुछ सवाल किए। द्वारिका ने पुलिस को बताया कि बुधवार दोपहर कमरा नंबर-30 के सामने बने दूसरे कमरे में प्रेम के साथ करीब छह कार्यकर्ता खाना खा रहे थे। कमरे में प्रभात के साथ चार अन्य कार्यकर्ता लेटे थे। इसी दौरान प्रभात का फोन कई बार बजा, लेकिन वह रिसीव नहीं कर रहा था। इस पर वह प्रभात के पास गए तो एक कार्यकर्ता कमरे से जुड़े बाथरूम में था। द्वारिका ने पुलिस को बताया कि उन्होंने प्रभात को उठाने का प्रयास किया, लेकिन वह बेसुध पड़ा था। चेहरे पर पानी के छींटे मारे। इसके बाद भी नहीं उठा। फिर प्रभात के चाचा मनीष को कॉल कर जानकारी दी। बताया कि अधिक भीड़ होने के कारण पीछे के गेट से चालक गौस व चपरासी विष्णु के साथ सिविल अस्पताल लेकर गए। पुलिस ने चालक व चपरासी के बयान भी दर्ज किए हैं। घटना की नक्शा नजरी भी तैयार की है। पुलिस टीम ने कमरे का दोबारा निरीक्षण किया और कुछ अन्य लोगों के बयान दर्ज किए।
कमरों से बाहर रख दिये गये थे गद्दे
प्रभात जिस गद्दे पर बेसुध पड़ा मिला था शुक्रवार को पुलिस टीम ने उसकी तलाश की। काफी देर बाद पता चला कि कमरे में बिछाए गए गद्दों को परिसर में बाहर रखवा दिया गया है। पुलिस वहां पहुंची तो सारे गद्दे एक ही जैसे थे। पुलिस सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के आधार पर गद्दा कमरे से बाहर निकालने वाले की पहचान करने में जुटी है।
दो दिन में दर्ज कराएं बयान
पुलिस ने प्रदेश अध्यक्ष समेत 10 लोगों को नोटिस भेजा है। सभी को बयान दर्ज कराने के लिए दो दिन का समय दिया है, जो शनिवार को पूरा हो जाएगा। बयान दर्ज न करवाने आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह था मामला
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बुधवार को प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की अगुवाई में विधानसभा का घेराव होना था। प्रदर्शन में शामिल होने के लिए गोरखपुर के सहजनवां देईपार निवासी प्रभात पांडेय भी पहुंचा था। प्रदर्शन शुरू होने के कुछ देर बाद उसकी संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। प्रभात के चाचा मनीष कुमार पांडेय ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
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