पुलिस ने नहीं सुनी फायरिंग, न्यायालय ने लिया संज्ञान
रुद्रपुर,अमृत विचार: मलसी गांव में दबंगों द्वारा एक परिवार को घेर कर फायरिंग और हमला कर घायल किए जाने के प्रकरण में पुलिस ने फायरिंग की घटना को नजरअंदाज कर दिया। इसके बाद याचिका संज्ञान लेते हुए न्यायालय ने आदेश दिया तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है।
ग्राम मलसी बिगवाड़ा निवासी इकरार अहमद ने बताया कि 17 सितंबर 2024 को वह अपने दोस्तों के साथ खाना खाकर टहल रहा था। जब वह मोहम्मद हसन के घर के समीप पहुंचा तो मोहम्मद हसन, नबी हसन, वाहिद खां, फिरोज उर्फ सोनू, समीर हसन ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर घेर लिया। सभी के हाथ में तमंचे व लोहे की राड थी। अभद्रता करते हुए हमलावरों ने हमला कर दिया, जब उसका भाई शाहिद अहमद सहित लोगों ने बीच बचाव का प्रयास किया तो नवी हसन ने तमंचे से फायरिंग शुरू कर दी।
जान से मारने की नीयत से कई राउंड गोलीबारी की, लेकिन परिवार बाल-बाल बच गया। इसके बाद हमलावरों ने फिर पथराव शुरू कर दिया। जिसमें कई लोग चोटिल भी हो गए। आरोप था कि मोहम्मद हसन, नबी हसन फिरोज उर्फ सोनू आपराधिक प्रवृत्ति का है और इलाके में उनका खौफ भी बना हुआ है। आरोप था कि सितंबर माह में जब घटना की तहरीर पुलिस को सौंपी गयी तो पुलिस ने कार्रवाई करने से इंकार कर दिया। पीड़िता ने अदालत में याचिका दायर की और अदालत ने तीन माह बाद कार्रवाई का आदेश दिया। अब पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।