Sambhal violence: आखिर किसके उकसाने पर उग्र हुई भीड़? मास्टर माइंड की तलाश में जुटी पुलिस
संभल, अमृत विचार। जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान भीड़ द्वारा पथराव, फायरिंग व आगजनी की घटना को लेकर पुलिस प्रशासन का मानना यह है कि किसी के उकसावे पर भीड़ हमलावर हुई। बवाल में शामिल लोगों के साथ ही भीड़ को उकसाने वाले मास्टर माइंड की भी पुलिस तलाश कर रही है।
पुलिस का मानना है कि जो हुआ वह अचानक भड़का गुस्सा नहीं था बल्कि लोगों को भड़काने वाला कोई पर्दे के पीछे है। बवाल करने के आरोप में जो 20 लोग हिरासत में लिये गये हैं उनसे गहनता से पूछा जा रहा है कि वह किसके कहने पर बवाल में शामिल हुए। इसके अलावा अन्य माध्यमों से भी बवाल के मास्टर माउंड का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि यह निश्चित रूप से एक उकसावे की कार्रवाई है। जिसमें जानें भी गई हैं, या तो पथराव करने वालों में नई उम्र के लड़के थे या महिलाएं थीं। यह लोग किसी न किसी के उकसाये में आकर कर रहे थे। सर्वे का कार्य कोर्ट के आदेश पर हो रहा था।
सर्वे का कार्य शांतिपूर्वक चल रहा था। सर्वे में ऐसा कोई कार्य नहीं किया जा रहा था जिससे मस्जिद के स्ट्रक्चर में कोई छेड़छाड़ की गई हो। फिर क्यों इस तरह उग्र होकर पथराव,फायरिंग और आगजनी की गई। मंडलायुक्त ने कहा कि सुबह 7 बजे से 11 बजे अदालत के आदेश पर जामा मस्जिद के स्ट्रक्चर का सर्वे होना था।
कोर्ट के आदेश पर ही सर्वे की टीम यहां आई थी। उनके साथ पर्याप्त पुलिस बल था। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक भी साथ ही गए थे। सर्वे के दौरान 2 घंटे तक कोई दिक्कत नहीं थी । उसके बाद ही वहां भीड़ इकट्ठी हो गई। लोग नारे लगाने लगे। थोड़ी देर बाद वहां पर पथराव शुरू हो गया।
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