बाराबंकी: समाज के सभी वर्गों के विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध- केंद्रीय राज्यमंत्री बीएल वर्मा 

757 दिव्यांग लाभार्थियों को 1.80 करोड़ के सहायक उपकरण किये गये वितरित

बाराबंकी: समाज के सभी वर्गों के विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध- केंद्रीय राज्यमंत्री बीएल वर्मा 

बाराबंकी, अमृत विचार। शहर के जीआईसी ऑडीटोरियम में बुधवार को 757 दिव्यागों को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार के राज्यमंत्री बीएल वर्मा ने उपकरण वितरित किये। कार्यक्रम में राज्यमंत्री सतीश चंद्र शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत और एमएलसी अंगद सिंह सहित सभी विधायक मौजूद रहे। उपकरण वितरण शिविर का शुभारंभ मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्वलित करके शुभारंभ किया। उसके बाद दिव्यांग कल्याण विभाग द्वारा चयनित 757 दिव्यांग लाभार्थियों को एक करोड़ 80 लाख राशि की ट्राइसाइकिल, बैसाखी, कान की मशीन और व्हीलचेयर आदि उपकरण वितरित किये।

केंद्रीय राज्यमंत्री बीएल वर्मा ने कहा कि मुझे आशा है कि आज वितरित हो रहे सहायक उपकरणों के माध्यम से सभी लाभार्थियों को स्वावलम्बी व सशक्त करने के उद्देश्य को पूरा किया जा सकेगा। उन्हें समाज की मुख्य धारा के साथ जोड़ा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि अर्जुन पोर्टल के माध्यम से अब दिव्यांगजन सहायक उपकरणों के लिए आसानी से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। जिससे उपकरण वितरण में पारदर्शिता लाने में एवं दिव्यांगजनों को वांछित उपकरण प्राप्त करने में सुविधा हुई है। 

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उन्होंने कहा कि हमारे मंत्रालय द्वारा देशभर में प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र की भी शुरुआत की गई और जिनका विस्तार तेजी से किया जा रहा है। इन केंद्रों के माध्यम से भी हमारे वरिष्ठ नागरिक राष्ट्रीय वयोश्री योजना और हमारे दिव्यांगजन भारत सरकार की एडीप योजना का लाभ प्राप्त कर सकते है। उन्होंने कहा कि एडिप योजना के अंतर्गत वर्ष 2014-15 से अब तक 17 हजार से भी शिविर लगाए गए हैं व लगभग 30 लाख दिव्यांगजनों को लगभग 2211 करोड़ की राशि के सहायक उपकरण दिए गए हैं। इस प्रयास में 10 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाये गए हैं। उत्तर प्रदेश में 2486 कैम्प आयोजित कर लगभग 6 लाख लाभार्थियों को लगभग 457 करोड़ की राशि के उपकरणों का वितरण किया गया है।  

केंद्रीय राज्यमंत्री बीएल वर्मा ने कहा कि दिव्यांग छात्रों के सशक्तिकरण के लिए हमारी सरकार ने अभी कुछ दिन पहले एडिप योजना के अंतर्गत मोटर चालित तिपहिया साइकिल व व्हील चेयर की पात्रता के लिए दिव्यांगता की न्यूनतम सीमा 80 प्रतिशत से घटकर 40 प्रतिशत कर दी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने दिव्यांगजनों में खेल की प्रतिभा विकसित करने की दृष्टि से ग्वालियर में लगभग 192 करोड़ रूपये की लागत से दिव्यांगता खेल केंद्र की स्थापना की गई है जिसमें अपने देश के दिव्यांग खिलाडी विश्व स्तर का प्रशिक्षण पा सकेंगें व राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीत कर भारत का मान बढ़ाएंगे।

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वहीं राज्यमंत्री सतीश चंद्र शर्मा ने कहा कि दिव्यांग जनों में किसी भी प्रकार से प्रतिभा की कमी नहीं है। सरकार समाज के सभी वर्गों के सर्वांगीण विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। 

उन्होंने कहा कि हमारे दिव्यांग साथियों के समग्र विकास के लिए भी हमारी सरकार ने कई अप्रत्याशित पहल की है। इन सभी पहलों के पीछे हमारा यह लक्ष्य केवल इनका संरक्षण नहीं बल्कि इनका सशक्तिकरण भी जिससे यह स्वयं आत्मनिर्भर बनें एवं समाज में अपना उचित स्थान पा सकें। इसीलिए हमारी सरकार, दिव्यांग बंधुओं के शैक्षणिक और आर्थिक सशक्तिकरण के लिए विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है। जिससे उनके कौशल का विकास हो एवं वह स्वावलंबी बन सकें। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार मौर्य, जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार, पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह, वरिष्ठ प्रबंधक अल्मिको अनुपम प्रकाश के साथ अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

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