शाहजहांपुर: एक दर्जन से अधिक रेल कर्मी और उनके बच्चे डेंगू का शिकार
शहर और कालोनी में नहीं हो रही फागिंग, दस माह में करीब 30 डेंगू के मरीज मिले
शाहजहांपुर, अमृत विचार। शहर में डेंगू बुखार तेजी से फैल रहा है। रेलवे कालोनी और स्टेशन परिसर में डेंगू बुखार का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। एक दर्जन से अधिक रेल कर्मचारी और उनके बच्चे डेंगू बुखार का शिकार है, जो निजी अस्पताल में उपचार करा रहे हैं।
नगर निगम की ओर से शहर और रेलवे कालोनी में फागिंग नहीं हो रही है। दस माह में करीब 30 डेंगू के मरीज मिले है। मेडिकल कालेज के चिकित्सों के अनुसार डेंगू बुखार अक्टूबर और नवंवर माह में अधिक फैलता है। दो माह इस बुखार से बचना चाहिए। डेंगू मच्छर दिन में काटता है और यह मच्छर साफ पानी वाले स्थान पर रहता है। मेडिकल कालेज और सीएचसी पर बुखार के मरीज अधिक आ रहे है। बुखार के मरीजों की ब्लड की जांच करायी जाती है। ब्लड जांच के लिए लंबी लाइन लगती है। शहर में डेंगू बुखार काफी तेजी से फैल रहा है। डेंगू बुखार के जो अभी तक केस मिले है, अधिकांश शहर के केस है। इसके अलावा रेल कर्मचारी और उनके बच्चे डेंगू बुखार के शिकार है, जो अपना इलाज निजी अस्पताल में करा रहे है। रेलवे के स्वास्थ्य निरीक्षक त्रिलोक चंद्र, उनकी पत्नी, स्टेशन मास्टर मानव मिलन, दो गार्ड भगवानदास, इन्द्रपाल आदि कर्मचारी डेंगू बुखार से पीड़ित है। इसके अलावा रेलवे कर्मचारी के बच्चे भी डेंगू बुखार से पीड़ित है, सभी कर्मचारी अपना और बच्चों का इलाज निजी अस्पताल में करा रहे है। यात्रियों ने बताया कि स्टेशन परिसर में भी दिन के समय मच्छर का प्रकोप है। रेलवे कालोनी और स्टेशन परिसर में फागिंग नहीं की गयी है। नगर निगम द्वारा शहर में कहीं भी फागिंगे नहीं करायी जा रही है। रेल कर्मचारियों ने बताया कि ढाकाताल और गोविंदगंज रेलवे कालोनी में फागिंग नहीं करायी गयी है। जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि फागिंग कराने की जिम्मेदारी नगर निगम की है और दस माह में करीब 30 डेंगू के मरीज मिले है। डन्होंने लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है। डेंगू का मच्छर साफ पानी रहता है और दिन में काटता है।
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