Gonda News: खाताधारक जेल में, खाते से निकल गई रकम...शाखा प्रबंधक और कैशियर पर दर्ज हुआ केस
अमृत विचार, गोंडा: हत्या के आरोप में 20 साल पहले जेल गए एक कैदी के खाते से रुपये निकल गए। जमानत पर रिहा होने के बाद वो रुपये निकालने बैंक पहुंचा तो खाता निल मिला। बिना हस्ताक्षर रुपये कैसे निकले इस सवाल पर बैंककर्मी टालमटोल करने लगे। पीड़ित ने थाने में शिकायत की तो पुलिस भी कार्रवाई से बचने लगी। इसपर पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के आदेश पर बैंक के शाखा प्रबंधक और कैशियर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
देहात कोतवाली थाना क्षेत्र के मलारी गांव के मजरा मोताजोत का रहने वाला रामभोग हत्या के एक मामले में 21 अप्रैल 2004 में जेल गया था। सजा काटने के बाद 26 जून 2022 को वह जेल से छूटा था। जेल से छूटने के बाद वह नगर कोतवाली क्षेत्र स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में खोले गए अपने बचत खाते से पैसा निकालने पहुंचा तो उसे पता चला कि 18 नवंबर वर्ष 2014 को उसके खाते से 47 हजार रुपये निकाल लिए गए हैं। रामभोग का आरोप है कि उसका फर्जी हस्ताक्षर बनाकर उसके खाते से रकम निकाल ली गयी है। रामभोग ने जिले के तत्कालीन अधिकारियों से मामले की शिकायत की लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई। इस पर उसने अदालत की शरण ली थी। अदालत ने पुलिस को तत्कालीन शाखा प्रबंधक व कैशियर के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच का आदेश दिया है। नगर कोतवाल मनोज पाठक ने बताया कि रामभोग की शिकायत पर सेंट्रल बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक व कैशियर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है। मामले की जांच की जा रही है।
ये भी पढ़ें- Gonda News: युवती का अश्लील वीडियो बनाकर दूसरे समुदाय का युवक दे रहा शादी तुड़वाने की धमकी, केस दर्ज