Kanpur: निर्यात बंद कर चुके उद्यमियों की होगी तलाश, पूछी जाएंगी समस्याएं, निर्यात के लिए किया जाएगा प्रोत्साहित

Kanpur: निर्यात बंद कर चुके उद्यमियों की होगी तलाश, पूछी जाएंगी समस्याएं, निर्यात के लिए किया जाएगा प्रोत्साहित

कानपुर, अमृत विचार। शहर में निर्यात बंद कर चुके लगभग 50 फीसदी से अधिक छोटे निर्यातकों को दोबारा प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके लिए फियो की ओर से पहल शुरू कर दी गई है। फिलहाल ई-मेल आईडी और उनके एक्सपोर्ट लाइसेंस के जरिए तलाश की जा रही है। शहर के ज्यादातर छोटे निर्यातक कोरोना काल के बाद से निर्यात बंद चुके हैं।

शहर में लगभग 4500 निर्यातकों के लाइसेंस बने हुए हैं, मगर मौजूदा समय में सिर्फ 2210 निर्यातक ही ऐसे हैं, जो लगातार निर्यात कर रहे हैं। बाकी निर्यातकों ने वर्ष 2022 के बाद से अपना किसी तरह का फीडबैक साझा नहीं किया है। अधिकारियों ने बताया कि फीडबैक न देने वाले ज्यादातर छोटे निर्यातक ऐसे हैं, जिन्होंने साल में दो या तीन बार ही निर्यात किया है। इसके बाद कोरोना काल के दौरान वैश्विक परिस्थितियां विपरीत होने पर इन छोटे निर्यातकों ने हताश होकर अपना निर्यात बंद कर दिया है। अब वे छोटे स्तर पर देश में ही अपना कारोबार कर रहे हैं। 

ऐसे छोटे निर्यातकों को फियो की ओर से दोबारा निर्यात शुरू करने के लिए योजना बनाई गई है। इसके लिए ऐसे छोटे निर्यातकों का ब्यौरा तैयार किया जा रहा है, जो एक या दो बार विदेश से व्यापार करने के बाद से खुद को अलग कर चुके हैं। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि यदि इन सभी छोटे निर्यातकों में से 50 फीसदी ने भी अपना निर्यात दोबारा शुरू कर दिया तो इससे लगभग 800 करोड़ रुपये का शहर का निर्यात बढ़ सकता है। 

इसपूरे मामले में फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन के सहायक निदेशक आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि शहर के निर्यात कारोबार को बढ़ाने के लिए फियो की ओर से लक्ष्य बनाकर कार्य किया जा रहा है। इस कार्य में कई पहलुओं को शामिल किया गया है। उसी में ऐसे छोटे निर्यातक जो वर्ष 2019 से 2022 तक निर्यात के सीन से गायब हो चुके हैं, अब उन्हें दोबारा वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है।     

फीडबैक पर बनेगा प्लान 

निर्यात कारोबार से गुम हो चुके छोटे निर्यातकों को तलाश कर उनसे फीडबैक लिया जाएगा। उनके फीडबैक के बाद उन्हें कोरोना काल के बाद सरकार की योजनाओं के बारे में बताया जाएगा। इसके अलावा यदि उनकी समस्याएं तत्काल हल करने वाली होंगी तो उनकी समस्याओं को हल किए जाने का भी प्रयास किया जाएगा।

रिकॉर्ड निर्यात की उम्मीद

शहर में वर्ष 2022-23 में 8,995 करोड़ रुपये व वर्ष 2023-24 में 8,990 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ है। इसी तरह अब तक इस साल यदि अप्रैल से अगस्त तक की बात की जाए तो 3,862 करोड़ रुपये का निर्यात हो चुका है। जानकार इसे काफी सकारात्मक मान रहे हैं। माना जा रहा है कि शहर से निर्यातकों की संख्या में इजाफा हो जाए तो शहर से इस बार रिकॉर्ड निर्यात संभव हो सकता है।

यह भी पढ़ें- कानपुर में SNK पान मसाला पिकअप से लूट का पुलिस ने किया खुलासा: पूर्व में काम करने वाला कर्मचारी निकला चोर, चार शातिर गिरफ्तार

 

ताजा समाचार