प्रयागराज: राजू पाल की विधायक पत्नी की अखिलेश से बगावत, फूलपुर से भाजपा प्रत्याशी के लिए मांगा वोट
18 साल माफिया अतीक से लड़ी, योगी ने न्याय दिलाया, अब उनके साथ हूं
प्रयागराज, अमृत विचार। चायल से सपा की बागी विधायक पूजा पाल अब पूरी तरह से भाजपा मय हो रही है। वह फूलपुर से भाजपा प्रत्याशी दीपक पटेल के लिए वोट मांग रही हैं। बुधवार को वह फूलपुर उपचुनाव में पूरी तरह एक्टिव दिखी। पूजा पाल का कहना है जिसने उन्हें न्याय दिलाया है, वह उसके साथ खड़ी है।
मालूम हो कि कौशांबी जनपद की चायल सीट से विधायक चुनी गयी स्वर्गीय विधायक राजू पाल की पत्नी पूजा ने सपा से बगावत शुरु कर दी है। बीते 9 महीने पहले राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने के बाद विवादों में आ गयी थी। मगर पार्टी के विरोध में कुछ भी बोलने से बच रही थीं, लेकिन फूलपुर उपचुनाव में उनका प्रत्याशी के लिए वोट मांगना इस बात का प्रमाण देता है कि अब खुलकर सामने आ गई हैं। पूजा पाल का कहना है कि फूलपुर में भाजपा मजबूत हो रही है। यहां पर 20 हजार पाल बिरादरी के वोटर हैं। राजू पाल की पत्नी विधायक पूजा पाल की अपनी बिरादरी में अच्छी पैठ है। पूजा पाल ने कहा कि वह 18 साल माफिया अतीक से लड़ती रही। उन्हें न्याय नही मिल सका। सीएम योगी ने उन्हें न्याय दिलाया है, इसलिए मै उनके साथ हूं।
कौन है पूजा पाल?
पूजा पाल शहर के मुठ्ठीगंज के कटघर मोहल्ले की रहने वाली है। 16 जनवरी 2005 को पूजा की शादी धूमनगंज के उमरपुर नीवां के के रहने वाले राजू पाल के साथ हुई थी। उस वक्त राजू पाल इलाहाबाद जिले की शहर पश्चिमी सीट से बसपा विधायक चुने गए थे। बताया जाता है कि पूजा पाल की शादी को सिर्फ 9 दिन बीते थे और उनके पति विधायक राजू पाल को गोलियों से छलनी कर मौत के घाट उतार दिया गया था।उस वारदात में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ का नाम शामिल हुआ था। पति की हत्या के बाद पूजा पाल बिल्कुल नहीं डरी और न्याय की लड़ाई लड़ना शुरु कर दिया था। 2007 में वह जनता के बीच पहली बार बसपा से शहर पश्चिमी की विधायक चुनी गयी। 2012 में फिर जनता ने उन्हे बसपा से विधायक चुना। इसके बाद 2017 में बसपा से लड़ कर हार गई थीं। वहीं 2022 के चुनाव में सपा कौशांबी की चायल सीट से चुनाव लड़ी और विधायक बन गयीं।
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