बरेली में इन जगहों पर आज भी पानी के लिए लोग बेकरार, शासन का फरमान नहीं आया काम
फरवरी 2024 में पूरी होनी थी जल जीवन मिशन योजना, मगर अब भी काम पूरा होने के बारे में अनिश्चितता
बरेली, अमृत विचार: जल जीवन मिशन के तहत गांवों में करोड़ों बहा दिए गए मगर घर-घर पानी की सप्लाई अब भी सपना बनी हुई है। फरवरी 2024 में जिले के 1806 गांवों में यह काम पूरा करने का लक्ष्य था लेकिन दशा यह है कि जिले के 608 गांवों में ओवरहेड टैंक बनकर तैयार होने के बावजूद पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है।
बाकी गांवों में ओवरहेड टैंक बने नहीं हैं या बनने ही शुरू नहीं हो पाए हैं। इसके बावजूद अब शासन ने अचानक सभी काम पूरे कर शत-प्रतिशत गांवों में पानी की सप्लाई सुनिश्चित करने का फरमान जारी कर दिया है। हालांकि, फिलहाल ऐसा हो पाने की संभावना दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही है
ग्रामीण क्षेत्र के हर घर में शुद्ध जल की सप्लाई के लिए जल जीवन मिशन नाम की महत्वाकांक्षी योजना अपने पूरे किए जाने की अवधि पूरी होने के कई महीने बाद भी गंभीर सवालों में घिरी हुई है। जिले के सैकड़ों गांवों में अब तक ओवरहेड टैंक का निर्माण नहीं हुआ है तो सैकड़ों ओवरहेड टैंक अधबने खड़े हैं। तमाम गांव ऐसे भी हैं, जहां जमीन के विवाद की वजह से निर्माण ही शुरू नहीं हो पाया है। विभागीय स्तर पर फिर भी तमाम गांवों में पानी की सप्लाई करने का दावा काफी पहले से किया जा रहा है, हालांकि न इसका सत्यापन प्रशासनिक स्तर पर किया गया है, न ही गावों के लोग इसकी पुष्टि कर रहे हैं।
हाल ही में प्रदेश के सभी जिलों में इस योजना की स्थिति के बारे में शासन स्तर से जारी रिपोर्ट से ही बरेली में इसकी खराब स्थिति जाहिर हो रही है। रिपोर्ट के अनुसार बरेली जिले में 1806 गांवों में इस योजना के तहत ओवरहेड टैंक का निर्माण शुरू हो गया है लेकिन तमाम गांवों में भूमि उपलब्ध न होने के कारण या भूमि संबंधी विवाद की वजह से ओवरहेड टैंक का निर्माण शुरू नहीं हो पाया है। जिले के 1457 गांव ऐसे हैं, जहां ट्यूबवेल का निर्माण, सोलर या बिजली कनेक्शन के साथ पाइप डालने का काम भी पूरा हो चुका है, लेकिन पानी की आपूर्ति यहां भी शुरू नहीं हुई है।
नवंबर के अंत तक खोदी गई सड़कों की हो मरम्मत
जल जीवन मिशन की रिपोर्ट प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव की ओर से जारी की गई है। इसी रिपोर्ट में कहा गया है कि इस पाइप पेयजल योजना का काम मिशन मोड में कराया जा रहा है। इसलिए आवश्यक है कि उसके गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वयन की गति बनाए रखकर समय से पूरा किया जाए। प्रमुख सचिव ने जिलाधिकारी को गुणवत्तायुक्त जल की निरंतर आपूर्ति तत्काल कराने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ यह भी कहा है कि पेयजल लाइन बिछाने के लिए गांवों में खोदी गई सड़कों को नवंबर के अंत तक गुणवत्तापूर्वक दुरुस्त करा दिया जाए।
जहां बिजली या सोलर प्लांट नहीं वहां डीजी सेट के जरिए हो जल आपूर्ति
रिपोर्ट में बताया है कि 608 गांव ऐसे हैं जहां ओवरहेड टैंक बन गए हैं। प्रमुख सचिव ने जिलाधिकारी को निर्देश दिया है कि इन सभी ओवरहेड टैंक को तत्काल चालू कराकर संबंधित गांवों में प्रमाणीकरण का काम भी करा लें। प्रमुख सचिव ने यह भी साफ किया है कि सोलर आधारित सभी पेयजल योजनाओं में डीजी सेट का प्रावधान किया गया है। इसके दृष्टिगत किसी भी कारण से सोलर ऊर्जा उपलब्ध न होने की स्थिति में डीजी सेट के जरिए निरंतर पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए।
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