कानपुर में अजब-गजब मामला आया सामने: बैंक में पहुंचकर मुर्दा लोन के लिए करता था हस्ताक्षर! जानिए पूरा मामला
कोतावाली थानाक्षेत्र की घटना
कानपुर, अमृत विचार। कोतवाली थानाक्षेत्र में एक चौकानी वाली घटना हुई। जहां एक कारोबारी ने मृत व्यक्ति को जिंदा दिखाकर उसके नाम पर फर्जी प्रपत्रों को तैयार करके बैंक से लोन ले लिया। बैंक के अधिकारियों ने का आरोप है, कि आरोपी शख्स बैंक आता रहा और प्रपत्रों में बेखौफ होकर हस्ताक्षर करता रहा। मामले की जानकारी सत्यापन के दौरान अधिकारियों को लगी तो उनके होश उड़ गए। इसके बाद शाखा प्रबंधक ने कोर्ट की मदद से कारोबारी और उसकी फर्म के खिलाफ संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
मेस्टन रोड शाखा में स्थित बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक रजत दुग्गल ने दर्ज रिपोर्ट में बताया कि मेसर्स हीना ट्रेडर्स के प्रोपराइटर मीरपुर कैंट निवासी मेहरुद्दीन ने वर्ष 2013 में बैंक से 30 लाख का कैश क्रेडिट लोन लिया। यह खाता वर्ष 2022 में एनपीए हो गया है। रिपोर्ट के अनुसार लिमिट में मेहरुद्दीन ने शांति नगर कैंट निवासी राम चन्द्र गुप्ता के प्लॉट ब्लॉक ई योजना 2 किदवई नगर जो कि केडीए से पट्टे पर है, को बंधक रखा था।
रिपोर्ट के अनुसार लोन अकाउंट में दस्तावेजों का रिन्यूवल होता है। रामचन्द्र गुप्ता खुद बैंक आकर दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करते थे। जब खाता एनपीए हुआ तो बैंक ने जांच की जिसमें पता चला कि राम चन्द्र गुप्ता की मृत्यु पूर्व में हो चुकी है। जिस पर वह लोग हक्का बक्का रह गए। रिपोर्ट के अनुसार 12 मई 2012 को उनका मृत्यु प्रमाण पत्र बैंक को मिल गया।
जांच में पता चला कि कोई अन्य व्यक्ति राम चन्द्र गुप्ता के स्थान पर आकर हस्ताक्षर करता रहा है। खुलासा हुआ कि जिस प्लॉट की लीज डीड बैंक में दाखिल की गई थी वह पहले ही राम चन्द्र गुप्ता के वारिसों के नाम पर फ्री होल्ड हो चुकी है। तब पता चला की लोन अकाउंट में जो दस्तावेज लगे वह सब फर्जी हैं। इसके बाद शाखा प्रबंधक ने थाने में प्रार्थना पत्र दिया लेकिन सुनवाई न होने पर कोर्ट की शरण ली। जहां कोर्ट की मदद से आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की गई है।