बरेली: लोन दिलाने के बहाने 50 से अधिक ग्रामीणों से लाखों की ठगी

भाकियू ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर कार्रवाई की मांग की

बरेली: लोन दिलाने के बहाने 50 से अधिक ग्रामीणों से लाखों की ठगी

बरेली, अमृत विचार।  सदर तहसील के गांव परसौना में केंद्र सरकार की योजना के तहत लोन दिलाने के बहाने 50 से अधिक लोगों से लाखों रुपये की ठगी कर ली गई। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर ठगी करने वालों पर कार्रवाई की मांग की।

किसानों ने कलेक्ट्रेट गेट पर नारेबाजी की और सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा कि नगरिया परीक्षित निवासी कुछ लोगों ने करीब चार महीने पहले गांव परसौना में केंद्र सरकार की योजना में निशुल्क ब्याज पर लोन दिलाने के बहाने 50 से अधिक लोगों को फर्जी लोन स्कीम में जोड़ लिया। इसके बाद सभी से अलग-अलग धनराशि हड़प ली। तौसीफ, निजामुद्दीन, पीर खां, फारूक अहमद, रेशमा, असलम, फईम से पांच-पांच हजार रुपये, सरताज से आठ हजार, बब्लू उर्फ खालिद से सात हजार, अजीम मदारी से 18 हजार रुपये ठगे। पैसे देने के बाद भी लोन नहीं मिला तो पूछा ताे आरोपियों ने टाल मटोल किया। 22 अक्टूबर को स्पष्ट तौर पर मना कर दिया और धमकी दी।

इसके अलावा ज्ञापन में जिला प्रवक्ता मो. इकबाल ने कहा कि आवारा पशुओं के आतंक की वजह से आज किसान आर्थिक संकट में हैं। तहसील अध्यक्ष कासिफ रजा ने कहा कि शहर ही नहीं ग्रामीण क्षेत्र गंदगी से पटे हैं। संचारी रोग अभियान के नाम पर जिम्मेदार सिर्फ बजट खपाने का काम कर रहे हैं। मांग की किसानों की फसलों, बाग और मेढ़ पर खड़े पौधों का बीमा एजेंट मौके पर आकर करें। जो किसान लाइसेंस धारक बूढ़े हो गये हैं या जिनका स्वर्गवास हो गया है, उनके वारिसान शस्त्र लाइसेंस मात्र थाने की आख्या पर सीधे जिला प्रशासन जारी करें। गन्ने का मूल्य और धान खरीद का बकाया मूल्य का भुगतान शीघ्र कराने आदि की मांग की गई। इस मौके पर पीर खां, जमशाद अली, आमिर रजा, कासिफ, ओमप्रकाश, अभिनव, नईमउद्दीन, रईस खां आदि मौजूद रहे।