लखनऊ: पुलिस हिरासत में युवक की मौत का CCTV Video आया सामने, पीठ सहलाता दिखा भाई
लखनऊ। विकासनगर इलाके में पुलिस हिरासत में पांच अक्टूबर को हुए अमन की मौत का मामला अभी शांत नहीं हुआ था। इसी बीच चिनहट थाने के हवालात में व्यापारी मोहित की मौत ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए। इसी बीच चिनहट थाने के लॉकअप का सीसीटीवी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि मोहित पांडे के हाथ पैर ऐंठने लगे तो हवालात में ही बगल में बैठा युवक बिगड़ती तबीयत देख पीठ पर हाथ से सहला रहा है। वहीं, लॉकअप के गेट पर बैठे एक युवक ने पानी की बोतल दी, जबकि दूसरे ने पहरे पर खड़ी महिला कांस्टेबल को सूचना दी।
परिजनों का आरोप है कि मोहित के साथ लॉकअफ में मारपीट की गई, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद परिजन जब थाने पहुंचे तो उन्हें मोहित से मिलने भी नहीं दिया गया। हालांकि, बाद में पुलिस ने परिवार को सूचना दी कि मोहित को लोहिया अस्पताल ले जाया गया है। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया है। जिसके बाद मोहित की मां तपेश्वरी देवी की शिकायत पर थाना प्रभारी अश्वनी कुमार चतुर्वेदी सहित तीन लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
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— Amrit Vichar (@AmritVichar) October 27, 2024
हवालात में व्यापारी के साथ बंद भाई शोभाराम ने कहा कि देर रात को भाई तड़प रहा था। पीने के लिए पानी मांगा, कई बार चीखता रहा, लेकिन पुलिस ने नहीं दिया। उसने तड़पकर दम तोड़ दिया। पुलिस ने हवालात का दरवाजा तक नहीं खोला। थाने में मौजूद पुलिसकर्मी दर्द से तड़प रहे भाई को गालियां दे रहे थें।
हवालात में व्यापारी के साथ बंद भाई शोभाराम ने कहा कि देर रात को भाई तड़प रहा था। पीने के लिए पानी मांगा, कई बार चीखता रहा, लेकिन पुलिस ने नहीं दिया। उसने तड़पकर दम तोड़ दिया। पुलिस ने हवालात में मोहित की तबीयत खराब हो गई तो दरवाजा तक नहीं खोला।। थाने में मौजूद पुलिसकर्मी दर्द से तड़प रहे भाई को गालियां दे रहे थें।
पुलिस बना रही पक्ष में बयान देने का दबाव
लोहिया अस्पताल शनिवार देर शाम बड़ा भाई शोभाराम पहुंचा तो काफी डरा हुआ था। उसने कहा कि पुलिसकर्मियों ने मोहित को नहीं पीटा था। इसी बीच पीड़ित परिजन वहां पहुंच गए। उन्होंने मोहित को घेर लिया। परिजन और मां तपेश्वरी ने शोभाराम से सच बोलने के लिए कहा। इसके बाद हिम्मत जुटाकर शोभाराम ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने मोहित को पीटा था। शोभाराम और मां तपेश्वरी का आरोप है कि आदेश के चाचा नेता है। उसके दबाव में पुलिस ने मोहित की पिटाई की है। पीड़ित परिवारीजनों का आरोप है कि आदेश के चाचा ने धमकी भी दी थी कि मोहित और उसके भाई को चिनहट कोतवाली में निपटावा देंगे। पीड़ित परिवारीजन पुलिस पर एक तरफा कार्रवाई का आरोप लगा रहे हैं।
देर रात को प्रदर्शन से लगा जाम, डायवर्जन
व्यापारी के नाराज परिजन शनिवार देर रात को दोबारा लोहिया अस्पताल के सामने प्रदर्शन करने लगे। इसके कारण दोनों तरफ सड़क पर जाम लगा दिया। परिजन सड़क पर बैठ गए। पुलिस ने परिवारीजनों को समझाने का प्रयास किया। पर वह नहीं माने। मामला और उग्र होता देख पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। आलाधिकारियों ने भी परिवारीजनों को समझाने का प्रयास किया। लोहिया अस्पताल की ओर आने-जाने वाले रास्तों को पुलिस ने आनन-फानन में डायवर्ट किया। इस दौरान एक-दो ऐम्बुलेंस भी जाम में फंसी। परिजन रिपोर्ट दर्ज करने, इंस्पेक्टर व अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के साथ पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजे और एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी की मांग कर रहे थे। हालात बिगड़ता देख मौके पर हजरतगंज, गौतमपल्ली, गोमतीनगर, विभूतिखंड,और गोमतीनगर विस्तार थाने की पुलिस बुला ली गई थी।
पुलिस दबाव बनाकर शव को पोस्टमॉर्टम हाउस ले गई
पीड़ित परिजन ने आरोप लगाया कि पुलिस ने दबाव बनाकर मोहित के शव को पोस्टमॉर्टम हाउस के लिए भिजवा दिया। यही साथ पांच लोगों को भी दबाव बनाकर ही पंचनामे के लिए ले गए। इस मामले में तपेश्वरी ने एडीसीपी ईस्ट पंकज सिंह के नाम प्रर्थना पत्र लिखा है। प्रार्थना पत्र में साफ तौर पर पुलिसकर्मियों पर प्रताड़ना और पीटने का आरोप लगाया है। हवालात में ही मौत का आरोप भी लगाया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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