कानपुर में रेलवे ट्रैक किनारे के मकानों पर लगाए निशान: दहशत में लोग, एलिवेटेड ट्रैक बनना...महाकुंभ के बाद शुरू हो जाएगा काम
कानपुर, अमृत विचार। फर्रुखाबाद रेल मार्ग पर रेलवे लाइन के एक तरफ जीटी रोड है और दूसरी तरफ ट्रैक से थोड़ा हटकर मकान बने हैं। जरीब चौकी से रावतपुर, कल्याणपुर मंधना तक रेलवे लाइन के किनारे बने मकानों का सर्वे करके कुछ मकानों पर लाल रंग के कट का निशान लगाया जा रहा है जिससे मकानों में रहने वालों में दहशत है। किसी को समझ नहीं आ रहा है कि ये निशान क्यों लगाए जा रहे हैं। रेलवे भी अभी सच बात बताने से कतरा रहा है। माना जाता है कि एलिवेटेड ट्रैक की योजना का यह पहला चरण है।
जरीब चौकी से रेलवे की टीम कई सप्ताह से ट्रैक से मकानों की दूरी की नापजोख कर रही है। ट्रैक के किनारे बने मकानों पर लाल रंग के निशान लगाए जा रहे हैं। फर्रुखाबाद रेल मार्ग पर जरीब चौकी से मंधना तक पड़ने वाली 19 रेलवे क्रासिंगों के गेट बंद होने से रोज जाम लगता है। इसलिए जरीब चौकी से मंधना तक एलिवेटेड ट्रैक बनाने की योजना है। इससे ट्रेनें ऊपर बने एलिवेटेड ट्रैक से होकर निकल जाएंगी और सारी रेलवे क्रासिंग हटा दी जाएंगी।
डबल ट्रैक का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में
फर्रुखाबाद रेलवे लाइन को डबल करने का प्रस्ताव एक दशक पूर्व आया था जिसपर कई महीने रेलवे ने सर्वे कराया था। कल्याणपुर से रावतपुर होते हुए जरीब चौकी तक रेलवे लाइन के किनारे सैकड़ों मकान होने के कारण इस प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। रेलवे ने ट्रैक को डबल करने के बजाय मंधना से पनकी मोड़ने का प्रस्ताव भेजा था लेकिन ये प्रस्ताव भी फेल हो गया। अब एलिवेटेड ट्रैक बनाने का फैसला लिया है।
महाकुंभ के बाद जरीब चौकी से मंधना तक एलिवेटेड ट्रैक पर काम शुरु हो जाएगा। रेलवे लाइन के किनारे मकानों में ये निशान क्यों लगाए गए हैं, इस पर अभी कुछ नहीं जा सकता है।- राजेंद्र सिंह, जनसंपर्क अधिकारी, पूर्वोत्तर रेलवे इज्जत नगर मंडल