लखीमपुर खीरी : बहन के घर जा रहे युवक को कंटेनर ने रौंदा, मौत

लखीमपुर खीरी : बहन के घर जा रहे युवक को कंटेनर ने रौंदा, मौत

संसारपुर, अमृत विचार। कस्बा पुलिस चौकी के पास नेशनल हाईवे पर तेज रफ्तार कंटेनर ने बाइक सवार युवक को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे वह गम्भीर घायल हो गया। घायल युवक को चौकी पुलिस ने सरकारी वाहन से सीएचसी गोला ले गई, जहां उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। चैकी पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचना दे दी है।

गोला कोतवाली क्षेत्र के ग्राम लुधौरा निवासी होमगार्ड भानुप्रकाश शुक्ला का 24 वर्षीय इकलौता पुत्र अभिषेक शुक्ला उर्फ सुमित शुक्ला बाइक से अपनी बहन के यहां जनपद शाहजहांपुर के नगर खुटार जा रहा था। जैसे ही वह कस्बे की पुलिस चैकी के निकट पहुंचा उसी समय गोला से खुटार की तरफ से आ रहे तेज रफ्तार कंटेनर ने उसकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही वह बाइक सहित बाईं तरफ गिर गया। कंटेनर का पिछला पहिया उसके सिर पर चढ़ गया। मृतक हेलमेट पहने था, जिसके कई टुकड़े हो गए। पुलिस चैकी के पास घटना होने पर चैकी प्रभारी मोहित पुंडीर गंभीर घायल अभिषेक को अपनी सरकारी गाड़ी से इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोला लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस की सूचना पर पहुंचे मृतक के पिता और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। चैकी प्रभारी ने बताया कि दुर्घटना के बाद भाग रहे कंटेनर को टेड़वा पुलिस पिकेट के पास बैरियर लगाकर पकड़ कर कब्जे में लेकर जरूरी कार्रवाई शुरू कर दी है। मौत की सूचना मिलते ही गांव में सन्नाटा पसर गया, पुत्र की मौत से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।

हादसे में बुझ गया घर का इकलौता चिराग

बिझौली। हादसे अक्सर लोगों को गहरे जख्म दे जाते हैं। परिवार की खुशियां पल भर में मातम में बदल जाती हैं। कुछ ऐसी ही स्थिति कोतवाली गोला क्षेत्र के ग्राम लुधौरा निवासी होमगार्ड भानु प्रकाश शुक्ला के बेटे की हादसे में मौत के बाद हुई, जहां दीवाली से चार दिन पहले घर का इकलौता चिराग बुझ गया। अभिषेक की शादी 2022 में नीमगांव थाना क्षेत्र के गांव सुनौरा से हुई थी। परिवार में पत्नी और दो माह की बच्ची है। शुक्रवार की सुबह अपनी बहन को विदा कराने की बात कहकर बाइक पर घर से निकला था। रास्ते में हादसे का शिकार हो गया। अभिषेक के पिता भानुप्रकाश शुक्ला ने बताया कि कंटेनर चालक की लापरवाही ने उनके घर दीवाली में अंधेरा कर दिया। वह चिराग नहीं जला सके और घर का चिराग बुझ गया। बेटे की मौत का गम सहने के बाद भी उनका यही कहना था कि सड़क पर वाहन चलाते समय जरा सी गलती किसी के परिवार को जन्म भर का दर्द दे जाती है।

तीन बहनों में सबसे छोटा था अभिषेक
अभिषेक तीन बहनों में सबसे छोटा होने पर सबका लाडला भी था। चारों भाई बहनों मे बहुत लाड़ प्यार था। उसकी मौत से पूरे गांव में सन्नाटा फैल गया। परिवार वालों का रो रोकर बुरा हाल है।

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