Chitrakoot: किसान ने दी जान; अखिलेश ने ट्वीट कर भाजपा पर साधा निशाना...गर्माई राजनीति, जांच में निजी वजहों से आत्महत्या की सामने आई बात

Chitrakoot: किसान ने दी जान; अखिलेश ने ट्वीट कर भाजपा पर साधा निशाना...गर्माई राजनीति, जांच में निजी वजहों से आत्महत्या की सामने आई बात

चित्रकूट कार्यालय, अमृत विचार। प्रदेश में विधानसभा उपचुनावों के बीच जिले में किसान की आत्महत्या को खाद संकट से जोड़कर सपा ने मामला गर्मा दिया। हलांकि प्रशासन ने घटना की जांच में किसान के निजी कारणों से जान देने की बात कही है। मृतक के परिजनों के बयान में भी भिन्नता सामने आई है। इसके बावजूद सोशल मीडिया पर मामला  सुर्खियों में है। सपा नेताओं का आरोप है कि किसान खाद न मिलने से क्षुब्ध था और इस कारण उसने जान दे दी। 
 
कोतवाली थाना क्षेत्र के कंठीपुर गांव निवासी 50 वर्षीय किसान अमीन बख्श उर्फ छोटू ने सोमवार रात पेड़ से फंदा लगाकर जान दे दी। सुबह मृतक के चचेरे भाई और सपा नेताओं ने आरोप लगाया कि छोटू ने मंडी समिति में खाद नहीं मिलने से परेशान होकर जान दी है। जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन ने तुरंत मामले की जांच कराई। 
तहसीलदार कर्वी ने स्थलीय निरीक्षण किया और ग्रामीणों के बयान लिए। 

उप जिलाधिकारी पूजा साहू ने भी कंठीपुर पहुंचकर लोगों से बात की। तहसीलदार को ग्रामीणों ने बताया कि छोटू सोमवार को कर्वी गया था। 3 घंटे बाद लौटा तो बच्चों के खाने-पीने की सामग्री लाया था। मंगलवार तड़के 3 बजे खेत की ओर शौच को गया। सुबह आम के पेड़ से उसका शव फंदे पर लटकता मिला। 

इस सामूहिक बयान में गांव के रिजवान खान, फूल हसन, पुरुषोत्तम, ताहिर अली के हस्ताक्षर हैं। तहसीलदार ने जिलाधिकारी को भेजी रिपोर्ट में कहा है कि लेखपाल के साथ मौके पर निरीक्षण और ग्रामीणों के बयान से लगता है कि अमीन बख्श ने निजी समस्याओं के कारण जान दी है।   

पत्नी और चचेरे भाई के बयानों में भिन्नता

मृतक की पत्नी जैनम के बयान में खाद की कमी से पति के परेशान होने का जिक्र नहीं है। उसने बताया कि पति घर में बच्चों को खिलाते रहे, टीवी देखते रहे। सुबह 3 बजे पेट में दर्द होने और शौच के लिये जाने की बात कही। बाद में आम के पेड़ से फंदे पर शव लटका मिला। इसके विपरीत चचेरे भाई बरकत अली ने दावा किया कि छोटू खान ने खाद न मिलने से आत्महत्या की है। उसके अनुसार वह भी छोटू के साथ खाद लेने गया था पर उसे भी खाद नहीं मिली। चचेरे भाई के अनुसार छोटू की पत्नी की मानसिक हालत ठीक नहीं है। 

केंद्र पर हुई धक्का-मुक्की मारपीट होने का भी आरोप  

मृतक के चचेरे भाई बरकत के अनुसार सोमवार को खाद के लिए मंडी समिति में कुछ लोगों में मारपीट हुई थी। इसमें छोटू फंस गया था। उसने समझाया था कि तुम इसमें मत पड़ो।  कृषक सेवा केंद्र के प्रभारी अजीत सिंह ने भीड़ की वजह से धक्का-मुक्की होने की बात कही है। उनके मुताबिक सोमवार पूर्वाह्न किसानों की भीड़ में धक्कामुक्की हो गई थी। इस पर लाइन लगवाकर स्टाक समाप्त होने तक डीएपी का वितरण किया गया था। केंद्र पर 725 बोरी यूरिया उपलब्ध है।

अखिलेश के ट्वीट और सपा नेताओं ने दिया मामले को तूल 

सपा मुखिया अखिलेश यादव के एक्स पर ट्वीट ने घटना को राजनीतिक रंग और तूल दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि समितियों पर भाजपाई कब्जे के कारण प्रदेश में खाद का संकट पैदा हुआ है।... ये हालात सिर्फ चित्रकूट या मानिकपुर के नहीं, पूरे उप्र में यह हाल है। उधर, सपा विधायक अनिल प्रधान ने सहकारी समितियों में खाद की कमी पर मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और जिलाधिकारी को पत्र भेजकर कहा कि जिले में किसान खाद के लिए परेशान और हताश घूम रहा है। रबी की फसल की बुआई के लिए खाद नहीं मिल रही है। अगर खाद पर्याप्त मात्रा में है तो सहकारी समितियों में क्यों नहीं पहुंच रही है। 

सपा जिलाध्यक्ष शिवशंकर यादव का आरोप है कि किसान छोटू खान ने खाद नहीं मिलने के कारण आत्महत्या की है। किसान खाद के लिए लाठी खा रहा है। चना और गेहूं की बुआई का समय है। सरकार ध्यान नहीं दे रही है। भाजपा नेता खाद की कालाबाजारी करा रहे हैं। खुले बाजार में खाद बेची जा रही है। पूर्व सपा जिलाध्यक्ष और प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अनुज यादव ने कहा कि जिले की किसी समिति में खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं है। किसान ने खाद नहीं मिलने से जान दी है। उसके परिजनों से दबाव में बयान में लिखाया गया है। 

जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने खाद बिक्री केंद्रों का हाल देखा 

जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन एवं पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने खाद बिक्री केंद्रों का निरीक्षण किया। मंडी परिसर कर्वी स्थित आईएफएफडीसी कृषक सेवा केंद्र में जिलाधिकारी ने सहकारिता विभाग, पीसीएफ व कृषि अधिकारियों को जरूरत के मुताबिक डीएपी भेजने और वितरित कराने के निर्देश दिए। 

बताया गया कि जिले की 39 सहकारी समितियों व 7 अन्य सहकारी केंद्रों पर डीएपी खाद की 1150 मीट्रिक टन (23,000 बोरी) का आवंटन किया गया है। 12 समितियों पर खाद भेजी जा चुकी है। जिलाधिकारी ने सभी समितियों में जल्द खाद भेजने के लिए जिला प्रबंधक पीसीएफ को निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने शांतिपूर्वक खाद वितरण के लिए सभी उप जिलाधिकारियों व थाना प्रभारी को भी निर्देशित किया। 

अनियमितता की इन नंबरों पर करें शिकायत 

जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में 775 मीट्रिक टन डीएपी बफर गोदाम में उपलब्ध है, जिसे 18 सहकारी समितियों में भेजा गया है। बुधवार से सहकारी समिति नादिन कुर्मियांन, छींबो, रामपुर बांधी, बरगढ़, गाहुर, बियावल, बिहरवां, बरद्वारा,  सरधुआ,  सरैया,  ऊंचाडीह, चकौंध,  बरवारा,  पीसीएफ केंद्र मंडी, खोह, पहाड़ी, डीसीएफ भौंरी और पीसीएफ राजापुर केंद्रों पर 500 बोरी डीएपी उपलब्ध हो जाएगी। किसान आधार और भूमि अभिलेख दिखाकर खाद ले सकते हैं। वितरण में अनियमितता की शिकायत कंट्रोल रूम के नंबर 8765 47 3613 तथा 8737 99 1456 पर की जा सकती है।

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