Lucknow University में नए कोर्स में प्रवेश लेने में झिझक रहे छात्र, सेमेस्टर और आनर्स में हैं भ्रम की स्थिति

Lucknow University में नए कोर्स में प्रवेश लेने में झिझक रहे छात्र, सेमेस्टर और आनर्स में हैं भ्रम की स्थिति

लखनऊ, अमृत विचार: नई शिक्षा नीति को लेकर छात्रों का संशय अभी दूर नहीं हो पाया है। साल 2021 में इसके लागू होने के बाद स्नातक का पहला बैच लगभग तैयार है। तीन और चार वर्षीय कोर्स को स्वैच्छिक किया गया था। यह लगभग आनर्स की अतिरिक्त पढ़ाई जैसा ही है। लेकिन छात्र इसमें रुचि नहीं ले रहे हैं। खासकर विज्ञान वर्गो में चतुर्थ वर्ष में छात्र प्रवेश नहीं ले रहे हैं।

बताया जाता है कि विज्ञान के नौ संकायों में से गणित विभाग छोड़कर अन्य संकायों में प्रवेश लगभग शून्य है। गणित में एक छात्र ने चतुर्थ वर्ष में प्रवेश लिया है। लखनउ विश्वविद्यालय ने सबसे पहले 2021 में नई शिक्षा नीति लागू किया था और स्नातक कोर्स को तीन की जगह चार वर्षो का कर दिया था। परीक्षाओं को सेमेस्टर प्रणाली में लागू किया गया था। इसमें बीच में पढ़ाई छोड़ने वाले छात्रों को यह सुविधा भी दी गई है कि वह अपना साल बर्बाद किए बगैर फिर से प्रवेश ले सकते हैं। इसके अलावा सातवें और आठवें सेमेस्टर के बाद भी विवि में प्रवेश लेकर पढ़ाई जारी रख सकते हैं।
दोबारा खुला पोर्टल

विश्वविद्यालय ने स्नातक और परास्नातक कक्षाओं में प्रवेश के लिए दोबारा पोर्टल खोल दिया है। सत्र 2024-25 में प्रवेश के इच्छुक छात्र संबंद्ध कॉलेजों में प्रवेश के लिए 22 नवंबर तक आवेदन कर सकते हैं।

यह भी पढ़ेः इंसान और चूहे की मस्तिष्क संरचना में काफी समानताएं, स्टडी में हुए कई खुलासे

ताजा समाचार

'सीने में जलन, आंखों में तूफान सा क्यों है, सैफई घराने में हर शख्स परेशान सा क्यों है? ब्रजेश पाठक ने अखिलेश पर किया पलटवार
Azamgarh News: 500000 की धोखाधड़ी मामले का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, जानें पूरा मामला
UP by-polls: अखिलेश यादव ने कहा- इलेक्ट्रॉनिक बूथ कैप्चरिंग हुई, लोकतंत्र में सच्ची जीत लोक से होती है, तंत्र से नहीं
शाहजहांपुर: सड़क दुर्घटनाओं में भैंस मालिक समेत तीन की मौत
पीलीभीत: बिल जमा किया और कुछ दिन बाद कट गई बिजली, कर्मियों की मनमानी...जानिए पूरा मामला
पूर्वी राज्यों को पहले पिछड़ा माना जाता था, मैं उन्हें देश के विकास इंजन के रूप में देखता हूं... ओडिशा पर्व पर बोले पीएम मोदी