संभल: सारंगपुर में बुखार से महिला समेत तीन की मौत, कई सौ लोग पीड़ित, स्वास्थ्य विभाग ने शिविर लगाकर किया ग्रामीणों का इलाज

एसडीएम ने मौके पर जाकर ली जानकारी, दिए निर्देश

संभल: सारंगपुर में बुखार से महिला समेत तीन की मौत, कई सौ लोग पीड़ित, स्वास्थ्य विभाग ने शिविर लगाकर किया ग्रामीणों का इलाज

संभल/सौंधन, अमृत विचार। जिले में विकास खंड पंवासा क्षेत्र के गांव सारंगपुर में बुखार से पीड़ित महिला समेत तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं कई सौ लोग बुखार से तप रहे हैं। तीन मौतों से स्वास्थ्य महकमे में खलबली मच गई। स्वास्थ्य विभाग ने शिविर लगाकर ग्रामीणों का इलाज शुरू किया। एसडीएम ने भी मौके पर जाकर जानकारी लेते हुए पीड़ितों के बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए। 

गांव सारंगपुर में बुखार का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। 12 अक्टूबर को सुनीता पत्नी गंभीर की बुखार के कारण मुरादाबाद के अस्पताल में मौत हुई थी जबकि तमाम ग्रामीण बुखार से तप रहे थे। फिर भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से ग्रामीणों के इलाज के लिए समुचित प्रयास नहीं किए गए। शुक्रवार को रात रामवीर (32 वर्ष) पुत्र गंगाराम की बुखार के चलते मुरादाबाद के निजी अस्पताल में मौत हो गई।  

शनिवार को दोपहर करीब 12 बजे ओमवती (50 वर्ष) पत्नी महेश की मौत हो गई जबकि दोपहर 2 बजे शब्बीर (80) ने भी बुखार के चलते जान गंवा दी। गांव में बुखार से तीन की मौत और तमाम लोगों के पीड़ित होने की जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई। आनन फानन में स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची और स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाया। 

यहां एसीएमओ डॉ.कुलदीप कुमार आदिम, नोडल अधिकारी डॉ.मनोज कुमार की देखरेख में टीम ने ग्रामीणों की जांच करते हुए इलाज शुरू किया। एसडीएम डॉ.वंदना मिश्रा ने भी मौके पर पहुंचकर स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों को बुखार पीड़ितों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए। कहा कि गांव अच्छे तरीके से साफ सफाई कराई जाए। 

एसडीएम ने मृतक रामवीर के घर जाकर भी जानकारी की। इस बीच ग्रामीणों ने मोबाइल कंपनी के 5जी नेटवर्क के टावर को भी मौत की वजह बताया। करीब दो घंटे तक टावर को बंद रखा गया। एसडीएम ने ग्रामीणों को समझाया, तब जाकर टावर को चालू किया गया।

भाकियू असली ने उठाया बुखार से मौत का मुद्दा

भारतीय किसान यूनियन असली अराजनैतिक के पदाधिकारियों ने एसडीएम डॉ.वंदना मिश्रा को ज्ञापन सौंपकर गांव सारंगपुर में बुखार से मौत का मुद्दा उठाया। कहा कि बुखार के कारण मौतें होने से ग्रामीण भयभीत हैं। शिकायत करने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन गंभीर नहीं दिख रहा है। अगर संज्ञान नहीं लिया गया तो भाकियू असली आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी। इस दौरान जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह यादव, हरिओम यादव, जयवीर सिंह यादव, सतेंद्र सिंह, ब्रह्मचारी यादव, मोहम्मद सुलेमान, सुरेश, मोहम्मद वारिस, सरदार मुकेश, मनोहर यादव आदि रहे।

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