38 प्रतिशत तक बढ़ी घरों की बिक्री, इन सात शहरों में बढ़ी डिमांड 

38 प्रतिशत तक बढ़ी घरों की बिक्री, इन सात शहरों में बढ़ी डिमांड 

नई दिल्ली, अमृत विचारः ऊंची मांग के कारण चालू कैलेंडर साल के पहले नौ माह (जनवरी-सितंबर) के दौरान देश के सात प्रमुख शहरों में चार करोड़ रुपये और उससे अधिक कीमत वाले लक्जरी घरों की बिक्री 38 प्रतिशत बढ़ी है। रियल एस्टेट सलाहकार सीबीआरई की रिपोर्ट के अनुसार जनवरी-2024 से सितंबर-2024 में चार करोड़ रुपए तथा उससे अधिक कीमत वाले लक्जरी मकानों की बिक्री बढ़कर 12,630 इकाई हो गई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 9,165 इकाई थी। 

सीबीआरई ने बताया कि दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में इस मूल्य वर्ग में सबसे अधिक 5,855 इकाइयां बेची गई। एक साल पहले इसी अवधि में यह आंकड़ा 3,410 इकाई का था। मुंबई में लक्जरी मकानों की बिक्री 3,250 इकाई से बढ़कर 3,820 इकाई, पुणे में 330 इकाई से दोगुनी होकर 810 इकाई और चेन्नई में 130 इकाई से बढ़कर 185 इकाई हो गई। वहीं बेंगलुरु में ऐसे आलीशान घरों की बिक्री 240 इकाई से घटकर 35 इकाई और हैदराबाद में 1,560 इकाई से घटकर 1,540 इकाई रह गई। 

कोलकाता में चार करोड़ रुपये और उससे अधिक कीमत वाले घरों की बिक्री इस साल जनवरी-सितंबर में बढ़कर 380 इकाई हो गई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 240 इकाई थी। सीबीआरई के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (भारत, दक्षिण-पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया व अफ्रीका) अंशुमान मैगजीन ने कहा कि उच्चस्तरीय और प्रीमियम खंडों में मांग बढ़ेगी। वहीं नोएडा, बेंगलुरु, पुणे तथा चेन्नई जैसे पारंपरिक मध्यम-श्रेणी के बाजार तेजी से लक्जरी विकास की ओर आकर्षित हो रहे हैं। अंशुमान मैगजीन ने कहा कि जैसे-जैसे बाजार बंगलों से आधुनिक अपार्टमेंट तथा पेंटहाउस की ओर स्थानांतरित हो रहा हैं। वैसे-वैसे सुविधाओं का प्रीमियमीकरण लक्जरी परियोजनाओं में एक प्रमुख अंतर पैदा करने वाला कारक साबित होगा।

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