Allahabad University की तिजोरी को लेकर हंगामा, छात्रों ने जताया विरोध

Allahabad University की तिजोरी को लेकर हंगामा, छात्रों ने जताया विरोध

प्रयागराज, अमृत विचार। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सेंट्रल लाइब्रेरी में कई वर्षों से रखी पुरानी तिजोरी को खोलने को लेकर शुरु हुआ विवाद बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को तिजोरी खोलने को लेकर फिर विवाद हो गया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने तिजोरी के ताले को कटवाने का प्रयास किया तो कुछ छात्र नेताओं ने जमकर विरोध किया।

छात्र लाइब्रेरी गेट पर पहुंचे लेकिन पुलिस ने अंदर जाने पर रोक लगा दी। वहीं छात्रों ने पाप का घड़ा लिखे हुए रख घड़े को फोड़कर अपना विरोध जताया। इलाहाबाद विश्वविसंद्यालय के लाइब्रेरी में रखी काफी पुरानी तिजोरी के ताले को कटवाने का प्रयास दो दिनों से किया जा रहा है।  बुधवार को भी इविवि प्रशासन ने ताले को कटवाने का प्रयास किया था।

गुरुवार को जब एक बार फिर विश्वविद्यालय प्रशासन ने ताले को कटवाने का प्रयास किया तो छात्र नेताओ ने विरोध शुरू कर दिया और अंदर प्रवेश करने के लिए लाइब्रेरी गेट पर पहुंच गए। उस दौरान उन्हे रूक दिया गया। इसके बाद एनएसयूआई के छात्र नेता सत्यम कुशवाहा और आयुष प्रियदर्शी अपने साथ मिट्टी का घड़ा लेकर पहुंचे।

जिस पर 'पाप का घड़ा' लिखा हुआ था।  पुलिस और छात्रों के बीच धक्का मुक्की हुई और छात्रों ने घड़ा गेट पर फोड़ दिया। छात्रों ने बताया कि उस तिजोरी रेल कई वर्षों पुराने सिक्के रखे हैं। विश्वविद्यालय के चीफ प्रोफेसर डॉ राकेश सिंह ने कहा कि यह विश्वविद्यालय की संपत्ति है और इसे विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी से निकलकर इसको प्राचीन इतिहास विभाग में रखा जाएगा। इसको लेकर कुछ छात्र विवाद कर रहे हैं। 

वहीं इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र नेता व समाजवादी छात्र सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अजय सम्राट ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के लाइब्रेरी में रखी अलमारी के अंदर ऐतिहासिक धरोहर को इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति, कुलसचिव, कुलानुशासक व वित्त अधिकारी के सह पर अलमारी कटवाया जा रहा है, जो गलत है। 

इसके लिए एग्जीक्यूटिव काउंसिल, भारत सरकार को सूचना दिए बगैरय्ह् किया जा रहा है। इसको लेकर कर्नलगंज थाने में तहरीर दी गई है। छात्र नेता हरिओम त्रिपाठी ने कहा "लॉकर को सेंट्रल लाइब्रेरी में सुरक्षित रखे जाने के लिए जो समिति बनी थी उसमें प्रोफेसर मानस मुकुल दास थे। उनके निधन को अभी 100 दिन भी नहीं बीते और उस तिजोरी को काटा जा रहा है।

यह भी पढ़ें:-बहराइच हिंसा के आरोपी अब्दुल की बेटी ने एसटीएफ पर लगाया गंभीर आरोप, बोली- पिता, भाइयों, पति और देवर का कर सकती है एनकाउंटर