Exclusive: उप्र. के नगर निगमों की समीक्षा में Kanpur का खराब प्रदर्शन; नमस्ते कार्यक्रम में UP की रैंकिंग में भी आई गिरावट

554 सीवर सफाई कर्मियों में मिले 131 कर्मी ही मिले, जलकल सचिव को नोटिस

Exclusive: उप्र. के नगर निगमों की समीक्षा में Kanpur का खराब प्रदर्शन; नमस्ते कार्यक्रम में UP की रैंकिंग में भी आई गिरावट

कानपुर, अभिषेक वर्मा। शहर में आबादी की अपेक्षा सीवर व सेप्टिक टैंक की सफाई के लिये कर्मचारियों की तैनाती नहीं हुई है। जिसकी वजह से शहर में भारत सरकार की महत्वाकांक्षी फ्लैगशिप योजना ‘नमस्ते’ (राष्ट्रीय यांत्रिक स्वच्छता इकोसिस्टम कार्य योजना) दम तोड़ रही है। 

उत्तर प्रदेश के सभी नगर निगमों की समीक्षा में इस योजना में कानपुर नगर निगम का प्रदर्शन खराब पाया गया है। इस वजह से उत्तर प्रदेश की स्वच्छता रैंकिंग में भी गिरावट आई है। शासन की सख्ती के बाद जलकल महाप्रबंधक ने जलकल सचिव को नोटिस देते हुये कमियों को पूरा करने के निर्देश दिये हैं।

नमस्ते योजना के तहत सीवर व सेप्टिक टैंक की स्वच्छता में लगे कर्मियों को सुविधाएं देने, जीवन सुरक्षा, व्यावसायिक सुरक्षा प्रशिक्षण, पीपीई व सुरक्षा किट देने, आत्मनिर्भर बनाने संबंधी कार्य होने हैं। जिसकी शहरी विकास मंत्रालय, भारत सरकार (एमओएचयूए) की ओर से मॉनीटरिंग भी की जाती है। 

योजना 202-23 मार्च से लागू की गई है। इसके तहत हाथ से मैला ढ़ोने की प्रथा पूरी तरह से खत्म किया जाना है, साथ ही मल-नाली, सीवर, सेप्टिक टैंक की सफाई का प्रशिक्षण भी दिया जाना है। पिछले दिनों सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश के सभी नगर निगमों की समीक्षा की गई। इसमें कानपुर नगर निगम का प्रदर्शन खराब पाया गया है। 

नगर निगम जलकल के अनुसार एमओएचयूए द्वारा कानपुर नगर निगम सीमा की आबादी के अनुसार  सीवर व सेप्टिक टैंक की सफाई के लिये  554 कर्मचारियों को आंकलित किया गया है। इस मामले में कानपुर जलकल की ओर से 220 सीवर और सेप्टिक टैंक कर्मी (एसएसडब्ल्यू) को नमस्ते पोर्टल पर प्रदर्शित किया गया। जब इसकी समीक्षा की गई तो महज 131 कर्मचारी ही सत्यापित किये जा सके। जिसके बाद शासन ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुये नगर निगम को नियमों को पूरा करने के निर्देश दिये हैं।

नगर आयुक्त ने जलकल को लगाई फटकार

शासन की ओर से आपत्ति के बाद नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने नाराजगी जताते हुये जलकल जीएम को फटकार लगाई है। नगर आयुक्त ने जलकल से कहा है कि इस मामले में प्रमुख सचिव व नगर विकास मंत्री की ओर से समीक्षा की जानी है। उन्होंने योजना में लापरवाही बरतने पर जलकल को नोटिस जारी कर दो दिनों में स्पष्टीकरण मांगा है। इसके साथ ही नियमित कर्मचारियों साथ आउटसोर्स कर्मचारियों का विवरण भी पोर्टल पर दर्ज करने के निर्देश दिये हैं।

सफाई में दुर्घटना पर जिम्मेदार होंगे अधिकारी

नगर आयुक्त ने आदेश जारी कर कहा है कि मैनुअल सफाई के दौरान मैनुअल स्कैन्जर्स की एसओपी का पूरी तरह से पालन किया जाये। ऐसा न करने और यदि दुर्घटना होती है तो संबंधित अधिकारी व जिम्मेदार अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिये तैयार रहें। 

सफाई कार्य के दौरान मानव बल को ऑक्सीजन मॉस्क, गम बूट्स, वॉटर प्रूफ दस्ताने और वाटर प्रूफ वर्दी उपलब्ध करवाना जरूरी है। बिना सुरक्षा उपकरण के सफाई कर्मचारियों को मेनहोल में उतारना अपराध है। अगर ऐसा पाया गया तो अधिकारियों पर कार्रवाई होगी।

योजना के तहत पहले नियमित कर्मचारियों का डाटा भरा गया था। अब आउटसोर्स कर्मचारियों की भी जानकारी दी जा रही है। आबादी के हिसाब से कर्मचारी होना जरूरी है। सचिव से मामले में कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं। जल्द मानकों को पूरा कर लिया जायेगा।- आनंद कुमार त्रिपाठी, महाप्रबंधक, जलकल

यह भी पढ़ें- Kanpur: करोड़ों की ठगी के मास्टरमाइंड 8वीं फेल जिलाध्यक्ष को रील बनाने का शौक, फेसबुक पर वीडियो वायरल

 

ताजा समाचार

Barabanki News :उपनिबंधक कार्यालय के स्थानांतरण पर वकीलों का प्रदर्शन, डीएम व सहायक आयुक्त स्टांप को भेजा ज्ञापन
Barabanki News : किराना व्यवसायी से तीन लाख की टप्पेबाजी, CCTV फुटेज खंगाल रही पुलिस
Chitrakoot: नर्स गैंगरेप कांड में बरगढ़ थाना प्रभारी निलंबित; इस बात का था आरोप...एसआई पंकज तिवारी बने नये एसओ
बहराइच: हत्या का केस दर्ज करने की मांग को लेकर परिजनों ने 15 घंटे नहीं किया शव का अंतिम संस्कार
इटावा में दिनदहाड़े सवा दो लाख की लूट: बदमाशों ने बैंक जा रहे फ्लिप कार्ट कर्मी को बनाया निशाना, एसएसपी ने खुलासें के लिए लगाई टीमें
Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के अखनूर में विशेष बलों के अभियान में एक आतंकवादी ढेर