पीलीभीत: हरीपुर रेंज में 13 दिन के भीतर एक और तेंदुए की मौत, फैली सनसनी, अधिकारियों ने जताई इस बात की आशंका
पीलीभीत, अमृत विचार। हरीपुर रेंज में 13 दिन के भीतर एक और तेंदुए की मौत से सनसनी फैल गई। सूचना मिलने पर उप प्रभागीय वनाधिकारी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल की। शव को कब्जे में लेकर पीटीआर मुख्यालय लाया गया है। वन अफसर मादा तेंदुए की मौत आपसी संघर्ष में होने की संभावना जता रहे हैं। फिलहाल तेंदुए की मौत किस वजह से हुई, इसका खुलासा बुधवार को होने वाले पोस्टमार्टम के बाद ही हो सकेगा।
घटना पीलीभीत टाइगर रिजर्व की हरीपुर रेंज में मंगलवार सुबह हुई। हरीपुर रेंज के वनरक्षक हर्षित कुमार टीम के साथ सुबह जंगल में गश्त कर रहे थे। गश्त के दौरान सुबह करीब 10 बजे हरीपुर रेंज के कंपार्टमेंट एक में एक तेंदुआ का शव पड़ा दिखाई दिया। इससे गश्त कर रही टीम में हड़कंप मच गया।
वनरक्षक ने तत्काल इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी। सूचना मिलने पर उप प्रभागीय वनाधिकारी रमेश चौहान टीम के साथ हरीपुर रेंज पहुंचे। उन्होंने क्षेत्रीय वनाधिकारी वीरेंद्र सिंह रावत एवं डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के वरिष्ठ परियोजना अधिकारी नरेश कुमार आदि के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल की।
उन्होंने गश्त करने वाले वन कर्मियों से भी इस बाबत जानकारी ली। तेंदुआ के शव को कब्जे में लेकर पीटीआर मुख्यालय लाया गया है। वन अफसरों के मुताबिक तेंदुए के शव का पोस्टमार्टम बुधवार को एनटीसीए की गाइडलाइन के मुताबिक किया जाएगा। इसके बाद ही तेंदुआ की मौत की स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
शिकार छीनने में चली गई मादा तेंदुए की जान
हरीपुर रेंज में मृत मिले तेंदुआ की मौत आपसी संघर्ष में होने की आशंका जताई जा रही है। वन अफसरों का कहना है कि मादा तेंदुआ शिकार पर रही होगी। इस पर बाघिन भी आ गई। शिकार को लेकर मादा तेंदुआ और बाघिन के बीच संघर्ष हुआ और इसी में मादा तेंदुआ की जान चली गई। वन अफसरों के मुताबिक बाघिन तेंदुआ को मारने के बाद शिकार को घसीटते हुए ले गई। हालांकि घटनास्थल पर कोई अवशेष नहीं मिला है। घटनास्थल पर मिले पगमार्क से बाघिन के साथ संघर्ष होने की पुष्टि हो रही है।