जसपुर: इकलौते बेटे की मौत के डेढ़ घंटे बाद पिता ने भी दम तोड़ा...एक साथ उठे पिता-पुत्र के जनाजे
जसपुर, अमृत विचार। पिता इकलौते बेटे की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाया। बेटे की मौत के चंद घंटों बाद पिता ने भी दम तोड़ दिया। यह हृदय विदारक घटना जसपुर से करीब 8 किलोमीटर दूर स्थित सीमावर्ती थाना ठाकुरद्वारा, मुरादाबाद, उत्तरप्रदेश के गांव टांडा अफजल की है।
जानकारी के अनुसार गांव टांडा अफजल की ग्राम प्रधान किरण देवी के बेटे लवी कुमार (20) के फेफड़ों में इंफेक्शन हो गया था। उसका इलाज काशीपुर में चल रहा था। वहां से कुछ आराम होने पर परिजन उसे गांव ले आए थे। दोबारा हालत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया था।
इधर बेटे के बीमार होने से दुखी व परेशान पिता योगेंद्र सिंह (48 वर्ष) की भी हालत बिगड़ गई। इस पर कुछ दिन पहले उन्हें भी काशीपुर में भर्ती कराया गया था। बताया गया कि इसी बीच दिल्ली के अस्पताल में उपचार के दौरान लवी की मौत हो गई। लवी का शव घर लाने के लिए परिजन रवाना हुए ही थे, कि पुत्र की मौत का पता चलने पर डेढ़ घंटे बाद काशीपुर के अस्पताल में भर्ती योगेंद्र ने भी दम तोड़ दिया। पुत्र व पिता की मौत की सूचना मिलते ही गांव के लोग भारी संख्या में उनके घर पर शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंच गये।
सुबह 11 बजे योगेंद्र का शव गांव लाया गया। उसके लगभग ढाई घंटे बाद उनके बेटे लवी का शव भी परिजन दिल्ली से ले आए। दोनों के अंतिम दर्शन करने के लिए लोगों की भीड़ लग गई। ग्रामीणों ने प्रधान के खेत में एक ही चिता बनाकर दोनों के शवों का अंतिम संस्कार किया।
किरन देवी व उनकी पुत्री हुईं बेहोश
एक घर में दो मौतें होने से कोहराम मच गया। प्रधान किरन देवी और उनकी पुत्री सोनम और हिमांशी का रो-रोकर बुरा हाल है। रोते-रोते वे बेहोश होकर गिर गईं। शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता लगा हुआ है।
खेती के काम में हाथ बंटाता था लवी
जसपुर। लवी बीएससी पास करने के बाद घर पर ही था और वह अपने पिता के साथ खेती में सहयोग करता था। वहीं योगेंद्र सिंह अपनी पत्नी ग्राम प्रधान किरन देवी के कार्य में सहयोग करते थे।
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