बहराइच में इलाज के दौरान बालिका की मौत पर लापरवाही का आरोप : परिजनों का हंगामा
मिहीपुरवा, बहराइच, अमृत विचार। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के दौरान मंगलवार को 8 वर्ष के बालिका की मौत हो गई। परिजनों ने इलाज में लापरवाही को लेकर जमकर हंगामा किया।
मोतीपुर थाना क्षेत्र के मिहींपुरवा नगर पंचायत वार्ड नं 7 निवासी अंकित सोनी की पुत्री अनन्या उम्र लगभग 8वर्ष को सोमवार को दस्त व बुखार की समस्या हुई। जिस पर परिजनों द्वारा सीएचसी मोतीपुर में भर्ती कराया गया। पीड़ितों की माने तो एमरजेंसी में डॉक्टर आशीष गुप्ता ड्यूटी कर रहे थे। लेकिन दवा लिखते वक़्त ध्यान नहीं दिए और मरीज को बिना देखे ही इलाज शुरू कर दिए पहले तो बच्ची को वीगो लगाने के लिए प्रशिक्षु सोनू को डॉक्टर द्वारा भेजा गया।
लेकिन पांच जगह लगाने के बाद प्रशिक्षु को नब्ज मिल पाया और वीगो लग पाया परिजनो नें इसी क्रम में बताया की डॉक्टर द्वारा वीगो में लगाए गये इंजेक्शन के बाद बच्ची के शरीर में नीले रंग के चकत्ते पड़नें लगे ज़ब पूरा दवा असर हुआ तब तक बच्ची की मृत्यु हो गयी थी। बच्ची की मृत्यु के बाद परिजनो में चीख पुकार मच गया। इसके बाद डॉक्टर आशीष ने आकर मृत मरीज का रेफर बना दिए और दवा की पर्ची छीन कर रख लिया। मंगलवार को परिजनो नें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर जम कर हंगामा काटा दवा की पर्ची मांगने पर पीड़ितों को पर्ची बदल कर दें रहे थे।
इस मामले में पीड़ित परिजनो नें सीएचसी अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर डॉक्टर आशीष पर कार्यवाही की मांग की है। ज़ब की डॉक्टर आशीष गुप्ता का कहना है की मेरे द्वारा किसी प्रकार की लापरवाही नहीं की गयी है। अगर जिस किसी को संदेह हो तो मृतक का पोस्टमार्टम करा सकता है। वहीं अधीक्षक डॉक्टर मनु शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि प्रकरण संज्ञान में आया हैं जांच कर जों भी दोषी होगा कार्यवाही की जाएगी।