लखनऊः शास्त्री नगर में मां दुर्गा का अनोखा मंदिर, हर साल समिति कराती है 50 कन्याओं का विवाह
नवरात्र में मां करती है भक्तो की मनोकामनाएं पूरी
-प्रेम से बोलो जय माता दी के गूंजे जयकारे
लखनऊ, अमृत विचार: नवरात्र के पांचवा दिन भक्त स्कंदमाता माता की भक्ती में लीन रहते हैं। भक्तों की जयकारों से मंदिर गुंजायमान हो गये। शहर के विभिन्न मंदिरों में मां को फूलों से सजाया गया। मां के दर्शन करने के लिए भक्त सुबह से ही लाइन में लगे रहे।
शास्त्री नगर में स्थित मां दुर्गा मंदिर ऐसा मंदिर है, जहां भक्तगण अपनी मनोकामनाओं के लिए दूर-दूर से आते हैं। आने वाले श्रद्धालु बताते है कि मां उनकी मनोकामना पूरी करती हैं। इस मंदिर की ओर से अनेक सामाजिक कार्य किये जाते हैं। जिसकी वजह से मंदिर की प्रसिद्धि पूरे प्रदेश में हैं। इस मंदिर की समिति की ओर से प्रत्येक वर्ष 50 कन्याओं का विवाह किया जाता है। मंदिर के पुजारी गुड्डू तिवारी ने बताया कि शारदीय नवरात्र और चैत्र नवरात्र में मंदिर में प्रतिदिन भक्तों से फूल के स्थान पर सूखे प्रसाद का भोग लगाने के लिए निवेदन किया जाता है। इसका मकसद यह रहता है कि सूखा प्रसाद सभी को बांटने में उचित रहता है।
उन्होंने बताया कि नवरात्र के दिनों में बच्चों के खिलौने, बिस्किट, सब्जियां, मसाले व अनाज के पैकेट जैसे सामग्री से मां के दरबार का श्रृंगार किया जाता है। यह प्रसाद भंडारे में बांटने के काम आता है। शहर में होने वाले धार्मिक आयोजन में मंदिर समिति बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती है। इसके अलावा मंदिर समिति की ओर से परिवर्तन चौक चौराहे पर पिछले कई वर्षों से गर्मी के दिनों में जल सेवा की व्यवस्था की जाती है।
सामाजिक कार्य भी करता है दुर्गा मंदिर
नवरात्र के दिनों में मंदिर परिसर के बाहर मेले का आयोजन होता है। जहां बच्चें झूलों का आनंद लेते हैं। सुबह- शाम भक्तों की भीड़ रहती है और दोपहर में महिलाओं के भजन कीर्तन के आयोजन होते हैं। मंदिर परिसर में अस्पताल खुला है। जहां पर आये लोगों का निशुल्क उपचार किया जाता हैं।
मंदिर का इतिहास
मंदिर के मीडिया प्रभारी राजेंद्र गोयल ने बताया कि दुर्गा मंदिर शास्त्री नगर की स्थापना 5 जुलाई 1989 को हुई थी। यहां प्रतिदिन भक्तों का आने का क्रम रहता है। भक्तों का मानना है कि चैत्र और शारदीय नवरात्र में भत्तों की इच्छा मां दुर्गा अवश्य पूरी करती हैं।
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